कोरोनावायरस

कोराना काल बिफोर या आफ्टर क्या नगर परिषद क्षेत्र में सुधरेंगे हालात

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

सड़को पे अस्थायी अतिक्रमण ओर सड़को पर आवारा पशुओं का राज।।

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही देश की आजादी के बाद सिरोही नगर पालिका भले आज नगर परिषद का तमगा हासिल कर चुकी है और यहाँ पर लंबे दशकों तक कोंग्रेस ओर भाजपा का बोर्ड रहा है। पर जिले के आलाधिकारियों से लैस होने के बावजूद जिला मुख्यालय की जनता को नगर परिषद क्षेत्र में वो जन सुविधाएं नही मिली जिसकी जनता को दरकार है।न नगर का नियोजन बेहतर तरीके से हुआ।

अगर किसी क्षेत्र में काम हुआ तो सरकारी भूमि पे अतिक्रमण पनपाने का,नदी ,नाले, तालाब गोचर की भूमि हड़पने का ओर नगर के प्रमुख मार्गों पे अस्थायी अतिक्रमण पनपाना जिससे आय नगर परिषद को शून्य होती है लेकिन नगर परिषद रोड से सरजावावदरवाजा,आईसीआईसी बैंक गली,गौरव पथ,पैलेस रोड ,धर्मशाला मार्ग ऐसा कोई हिस्सा नही जहाँ दुकानदार लोरिया खड़ी करवाने का किराया लेते है। और दिन भर की व्यवसायिक गतिविधियों के बाद रात्रि 9 बजे के बाद मुख्य सड़क पे पॉलीथिन बेग के अम्बार लग जाते है और कचरा स्टैंड पे पॉलीथिन कचरे में आहार तलाश अधमरा होता है।इन अस्थाई अतिक्रमणो में अवैध कोमर्सियल संकुलों के बाहर अवैध पार्किंग,जगह जगह टेम्पो रिक्शा स्टैंड,ओर गौरव पथ के अतिक्रमण शहर के सौंदर्यीकरण पर कालिख ही नही पोतते बल्कि सीनियर सिटीजन ओर गृहिणियों का बच्चो के साथ मुख्य सड़क और चौराहो पे गुजरना किसी त्रासदी से कम नही होता और आवारा पशु ओर बाइको से दुर्घटना का अंदेशा सदा बना रहता है कियु की अस्थायी अतिक्रमण सड़क को संकरा कर देते है।

सिरोही नगर परिषद के ऐसे हाल है कि यहां पे कोई सब्जी मंडी ही अब तक विकसित नही हुई न ही भटकते गोवंश को रखने का कानजी हाउस और सब्जी विक्रेता मुख्य बाजार गलियों में अपने व्यापार का साम्राज्य बरसो से जमे नगर परिषद क्षेत्र में संचालित करते है।हर व्यक्ति को व्यवसाय ओर भरण पोषण करने का हक है लेकिन जनता के आवागमन ओर फुटपाथ पे व्यवसायिक गतिविधि कहा तक तर्क संगत है।जबकि नगर परिषद प्रशाषन नो पार्किंग,नो वेंडिंग जॉन,हॉकर जोन्स पार्किंग स्टैंड घोषित किये है और सड़कों पे जेब्रा लाइन खिंचते है।पर वहाँ कानून का उल्लंघन कर अतिक्रमण युही तो नही पनपते ओर खान पान के ठेलों ओर होटलों के बाहर भटकते पशुओं का जमावड़ा।

अभी कोराना काल मे लोक डाउन के चलते जन जीवन घरों में बन्द है।पर सरकारी एडवायजरी के बावजूद सदर बाजार और बस स्टैंड मार्ग की लोरिया यहाँ से गलियों में व्यापार करने नही गई।हालांकि कोराना काल मे राज्य सरकार ने पंजीकृत वेंडर के लिए आर्थिक सहायता राशि की घोषणा के बाद नगर परिषद ने उनके खातों में आर्थिक सहायता राशि भी डाली है और 3 जून को लोक डाउन खुल जायेगा कि अधीरता देखती जनता भी घरों से बाहर आएगी लेकिन जनता को नगर परिषद से नीलमणि चोक तक अस्थाई अतिक्रमणो से मुक्ति नही मिलेगी,मुख्य मार्ग ओर चौराहो पर अवैध पार्किंग ओर आवारा पशुओं के जमावड़े का भी हल नही होगा।पर कोराना काल मे जनता कोराना वायरस से संघर्ष उसके खात्मे के लिए कर रही है लेकिन बाहर से आने वाला व्यक्ति हो या खाद्य पान की वस्तु सावधानी ओर बचाव पूर्वक संक्रमण से बचते हुए नही रहे मास्क नही पहिना ओर सोसल डिस्टेंसिंग की धज्जियां क्रेता ओर विक्रेता दोनो तरफ से उड़ती रही तो बरसो से नगर परिषद क्षेत्र में नागरिक सुविधाओ को तरसती नगर की जनता के स्वास्थ्य हित भी प्रभावित होंगे।जिसको ध्यान में रख नगर परिषद प्रशाषन ओर जनता के नुमाइंदों को आवश्यक वाजिब कदम उठाने होंगे।

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