विकास अधिकारी सिरोही के आदेश को निरस्त किया जाये - गहलोत
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
सिरोही : राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत जिला कलेक्टर सिरोही भगवती प्रसाद को ज्ञापन भेजकर सिरोही जिले में विकास अधिकारी सिरोही द्वारा कोविड-19 में ड्युटी दे रहे पंचायत सहायक एवं रोजगार सहायक को कोविड-19 ड्युटी से मुक्त करने के आदेश पर अविलम्ब रोक लगाने की मांग की है।
संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया कि सिरोही जिले में वैश्विक कोरोना महामारी के मध्य नजर कोविड-19 में जिला कलेक्टर की प्रभावी मॉनिटरिंग के बाद जिले में प्रशासन मुस्तेदी से कार्य कर रहा हैं। ऐसे में विकास अधिकारी सिरोही द्वारा कोविड-19 में ड्युटी दे रहे पंचायत सहायक एवं रोजगार सहायक को कोविड-19 ड्युटी से मुक्त करने के आदेश से प्रशासनिक व्यवस्था में हस्तक्षेप किया गया हैं जो अनुचित हैं। विकास अधिकारी के आदेश से लम्बे समय से ड्युटी दे रहे शिक्षकों के साथ शिथिलन प्राप्त शिक्षकों पर भार डाले जाने की योजना का संगठन विरोध करता हैं। कोविड-19 की ड्युटी कर रहे पंचायत सहायक एवं रोजगार सहायकों को हटाकर कर अन्य योजनाओं में लगाना आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के प्रतिकूल हैं। इस समय कोविड-19 की ड्युटी सभी अधिकारियों एवं कार्मिको के लिये सर्वोपरी है। लेकिन ऐसा प्रतित होता हैं कि विकास अधिकारी सिरोही व उनका विभाग संक्रमण रोकने के लिए जवाबदेह नहीं हैं। कोरोना संक्रमण को रोकना केवल शिक्षा विभाग की ही जिम्मेदारी बनकर रह गई है।
विकास अधिकारी के आदेश को अविलम्ब निरस्त कर जिला कलेक्टर एवं उपखण्ड अधिकारियों द्वारा जारी आदेशों को ही मान्य किया जाये। अन्य विभागों द्वारा जारी आदेश को शिक्षा विभाग में निस्प्रभावी माना जाये ऐसा आदेश प्रसारित करने की मांग की जिससे कोई भी अधिकारी कोविड-19 की ड्युटी के नाम शिक्षकों को प्रताडित नहीं कर सके।