राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सलाय के वैध कोरोना ड्यूटी में
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
मरीजो को नही मिल रही दवाई, प्रसूताओं को पौष्टिक आहार।।
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सलाय सिरोही में आयुर्वेदिक वैध के पांच पद स्वीकृत है जिसमे 4 पद रिक्त है
वही कम्पाउंडर के चार स्वीकृत पद में एक ही नर्स कार्यरत है।इसी तरह राजकीय चिकित्सालय के आयुर्वेदिक विभाग में लगे एक चिकित्सक को भी राजकीय चिकित्सालय के सीएमएचओ ने कोरोना कवरेन्टीन सेंटर में ड्यूटी पे लगाने के बाद आयुर्वेदिक पध्दति से इलाज कराने वाले मरीज ओर अनेक सीनियर सिटीजन्स के साथ प्रसूता महिलाओ की समस्याएं बढ़ गई है।और करीब 2 माह से मरीज चप्पल घिस रहे है
पर वहां उन्हे वेधकीय परामर्श ओर चिकित्सा सुविधा नही मिल रही और मातृ प्रसूता योजना के तहत महिलाओ को खाद्य सामग्री भी नही मिल रही।इस बाबत मुख्य आयुर्वेदिक चिकित्सक रामावतार शर्मा को पूछा तो उन्होंने कहा कि मेरे साथ अन्य एक वैध की कोरोना ड्यूटी लगी है
इस वजह से हम आयुर्वेदिक अस्पताल में सेवा देने में असमर्थ है।इस बाबत आयुर्वेदिक विभाग के डिप्टी डायरेक्टर वैद्य सामनताराम मीणा से पूछा तो उन्होंने कहा कि सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार ने आयुर्वेदिक वैद्यो की ड्यूटी लगाई है।
जब सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक विभाग से हमने चिकित्सको के नाम मांगे थे और जो नाम दिए उंन्हे जिला प्रशाषन के निर्देशानुसार कोरोना सरकारी कवरेन्टीन ड्यूटी पे लगाया है।लेकिन जिला प्रशाषन ओर सरकारी चिकित्सा तन्त्र कोरोना ड्यूटी के चलते जिला मुख्यालय के सेकड़ो मरीजो ओर प्रसूताओं की चिकित्सकीय सुविधाओ को नही मिलने के मसले को हल करने में कोई दिलचस्पी नही ले रहा।
करीब डेढ़ माह से आयुर्वेदिक विभाग में अपनी वृद्ध माता के साथ चक्कर लगा रहे मधुसदन त्रिवेदी ओर एक महिला ने बताया कि हम डेढ़ माह से चक्कर लगा रहे है हमे आयुर्वेदिक इलाज से राहत मिलती है
जिले के उच्चाधिकारियों को भी मरीजो की परवाह नहीं है।जिला कलेक्टर महोदय को इस बाबत उचित कारवाई कर आयुर्वेदिक अस्पताल में चिकित्सक लगाने चाहिए।