बिजली बिल माफी की उठी मांग
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
गहलोत के नाम जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद को ज्ञापन सौंपा
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही। भाजपा नगर मंडल सिरोही के कार्यकर्ताओं ने राज्य कांग्रेस सरकार के विरुद्ध कड़ा आक्रोश प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद को ज्ञापन सौंपा, इसमें उन्होंने आम आदमी को भारी-भरकम बिल और कोरोना संकट के चलते 3 माह के बिजली बिलों को माफ करने की मांग की है भाजपा ने इसमें थोथीवाही लूटने एवं जनता से छलावा करने की के आरोप लगाए।
मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट पर भाजपा के प्रदेश व्यापी आवाहन के तहत भाजपा नगर अध्यक्ष लोकेश खण्डेलवाल के साथ पूर्व जिला महामंत्री एडवोकेट वीरेंद्रसिंह चौहान, पूर्व जिला उपाध्यक्ष अशोक पुरोहित सहित पार्षदों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि सरकार ने कोरोना महामारी संकट को देखते हुए घरेलू उपभोक्ताओं, किसानों और उद्योगों के बिजली और पानी के 3 माह के बिलों को स्थगित किया था जबकि सरकार के तुगलकी फरमानो ने कोरोना मे राहत देने की बजाय लोगो को तनाव में डाल दिया और बिल ना भरा तो राशि पर 2% पेनल्टी और कनेक्शन काटने की धमकी दी जो जनता के साथ छलावा एवं अन्याय किया।
बताया कैसे हुआ छलावा
ज्ञापन में लिखा कि बिजली कंपनियां मार्च 2020 की तुलना में अप्रैल 2020 के बिल में 40 पैसे से लेकर 95 पैसा प्रति यूनिट की दर से वृद्धि कर के अतिरिक्त वित्तीय बोझ लाद रही है हर माह बिजली के बिल में स्थाई शुल्क लगाया जाता है, जनता की अनदेखी का आरोप मढ़ते हुए बताया कि यह गलत बात है कि अगर किसी नागरिक ने आर्थिक मजबूरी के चलते पिछले माह का बिल नहीं चुकाया है तो अगले माह के बिल में पिछले माह की संपूर्ण राशि जोड़ दी लेकिन उसके साथ ही पिछले माह का स्थाई शुल्क भी अलग से और जोड़ा जा रहा है जो असहनीय है उस एक माह के बिल के स्थाई शुल्क की गणना दो बार करके जनता को आर्थिक रूप से लाचार बनाने का काम किया जा रहा है।
ज्ञापन में लिखा कि 3 माह के बिजली के बिलों की एक तरफ स्थगन आदेश निकालकर राज्य सरकार ने जनता का साथ देने का वादा किया, दूसरी ओर इसके विपरीत बिजली कंपनियां उच्चतम दर से बिजली बिल पकड़ा कर वसूली कर रही है बिजली कंपनियां सरकार की मिलीभगत से ही बिजली की अवैध रूप से चोरी करवा घाटा दर्शाकर उसकी भरपाई बेकसूर जनता से कर रही है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी व उसकी बहन प्रियंका भाजपा शासित प्रदेशों में कोरोना में बिजली के बिल माफ करने की मांग कर रहे हैं जबकि राज्य कांग्रेस सरकार बिल माफ करने की जनता की मांग को अनसुना कर रही है। सरकार से मांग कर सभी ने अप्रैल, मई और जून माह के बिजली के बिल माफ करने की आवाज उठाई।