एसआई अनिरुध्द एपीओ, नगर परीषद के अधिकारी और कर्मचारी दहशत में
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
अनाधिकृत बांध काम की बहार, राजस्व आय ठप्प, कोंग्रेसी बोर्ड जन अपेक्षाओं ओर नही उतर रहा खरा, विधायक लोढा से जनता में उम्मीद।।
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही नगर परीषद बोर्ड में भाजपा का तीन दशक पुराना बोर्ड विधायक संयम लोढा की सुनियोजित रणनीति ओर सभापति महेंद्र मेवाडा की आर पार रचना में ताश के पत्तो की तरह ढह गया।
जिसमें कोंग्रेस ने 24 सीटो पे जीत हासिल की 4 निर्दलीय भी सभापति के समर्थन में आ गए और भाजपा के जीते 9 पार्षद भी नगर परीषद में विपक्ष की भूमिका में आने से कतराते दिखे ओर नगर के विकास के नाम वो भी कोंग्रेस बोर्ड के हिमायती ही नजर आए और कोरोना काल की समस्या से लेकर नगर में आवारा पशुओं की समस्या के संमाधान, अस्थायी अतिक्रमणो ओर स्ट्रीट वेंडर की समस्या के निराकरण, भरस्टाचार के जनक सफाई ठेकों को रद्द कर नगर की सफाई व्यवस्था दुरस्त करने सड़क की टूटी फूटी सड़को की मरम्मत ओर नाली निर्माण व जलदाय विभाग द्वारा खोदी गई।
सड़को की मरम्मत नही होने से जन साधारण को आवागमन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।गत नगर परीषद चुनावो के प्रचार में कोंग्रेस ने बोर्ड बनाने के लिए जो चुनावी वायदे किये थे
जिनके पुरा होने की शुरुआत ही नही हुई यह अलग बात है कि विधायक सयंम लोढा की तत्परता के चलते कोरोना काल मे उन्होंने आम जन का ख्याल रखा और पार्षदो ने भी 2003 से बने बीपीएल परिवार,ओर खाद्य सुरक्षा योजना में जरूरतमंदों कों कीट उपलब्ध करवाने में चुन चुन के ख्याल रखा।पर कोरोना काल मे पूरा नगर परीषद का अमला कोराना से बचाव,सेनिटाइजेशन,सफाई व्यवस्था, भोजन किट,खाद्यान्न पहुचाने में मशगूल रहा और बोर्ड की भी दो ही बैठके हो पाई।लेकिन बोर्ड बैठकों में लिए गए प्रस्ताव फाइलों में ही दफन हो के रह गए।
सभापति महेंद्र मेवाडा ने भी शहर को आवारा पशुओं ओर सिंगल यूज पॉलीथिन बेग की समस्या व सफाई व्यवस्था बेहतर करने में अवश्य मंशा दिखाई पर नगर परीषद प्रशास्ग्न बोर गत भाजपा बोर्ड के समय से चल रही परिपाटी को बदल कोई नवीनता ओर स्वच्छ प्रशाष्न नगर वासियो को सुलभ नही करवा पाया।केंद्र और राज्य सरकार की अनेक सामाजिक सहायता और स्वरोजगार ऋण, स्ट्रीट वेंडरों को आर्थिक सहायता व स्वच्छता मिशन इत्यादि आवेदनों ओर कागजी कार्रवाई तक सिमट के रह गए।
यह बात अलग है कि सिरोही नगर को लोक डाउन थ्री के आखिर तक नगर ग्रीन जोन में रहा उंसमे आयुक्त शिवपाल सिंग राजपुरोहित,एसआई अनिरुध्द सिंह राजपुरोहित,सुशील पुरोहित,प्रवीण माली की भूमिका सफाई कर्मियों के साथ सराहनीय रही।इसी दौरान भूमाफिया ओर अतिक्रमणकारी अवैध निर्माण करने से बाज नही आये।और राजनीतिक सरंक्षण में परीषद प्रशास्ग्न मूक दर्शक बन बैठा रहा।
नगर की चारो दिशा में अवैध निर्माण वाणिज्यिक शुल्क व स्वीकृत नक्शा प्लान के विपरीत हुए है ओर हो रहे है।राजस्व निरीक्षक सुरेश जीनगर भले ही नोटिस देने की कार्रवाई करने की बात कहते है पर नगर परीषद के बिखरे करोड़ो के राजस्व हड़पने वालो के खिलाफ इस बोर्ड ने आंख मूंद रखी है।उधर सिरोही विधानसभा क्षेत्र को स्वच्छ उत्तरदायी प्रशास्ग्न देने में विधायक लोढा सिरोही नगर परीषद व शिवंगज नगर पालिका के सर्वांगीण विकास में प्रदेश सरकार से विकास प्रस्तावों पे भले ही मुहर लगा शिवगंज नगर पालिका में बदलाव की बयार चला चुके है पर सिरोही नगर परीषद का ढांचा सुधारने में वो सफल नही दिख रहे।हालांकि भाजपा बोर्ड के गत चुनावो में जो भरस्टाचार उन्होंने उजागर किये उन पे वो कार्रवाई करने को दृढ़ संकल्पित है।जिसके चलते नगर परीषद के आयुक्त व कर्मचारी विवादित खाँचा भूमि के नियमन व पट्टे जारी करने में कतरा रहे है।
सेकड़ो खाँचा भूमि के आवेदक नगर परीषद के चक्कर लगा कर निराश दिख रहे है।। गत नगर परीषद के चुनावों में सभापती के दावेदार रहे जितेंद्र सिंघी,अखिलेश मोदी,ईश्वर सिंह डाबी,अखिलेश मोदी,जितेंद्र एरॉन वरिष्ठ पार्षद रहे है और उन्होंने भाजपा बोर्डो के भूमि संबंधी घोटालों ओर खाँचा भूमि के नियमन ओर अवैध पटटो की कारगुजारियों को निकटता से देखा है पर उप सभापति जितेंद्र सिंघी को छोड़ ये सब बोर्ड में न सक्रियता दिखा रहे है न विजन ओर नए पार्षद अभी नगर परीषद का सिस्टम समझते नगर के विकास में कोई विजन नही दिखा सके।उधर पार्षदो के परिजनों के नगर परीषद के अधिकारी व कर्मचारियों पर दवाब व हस्तक्षेप से नगर परीषद प्रशाषन की कार्य शैली पर असर साफ नजर आ रहा है।
गत महीनों कोराना काल मे एसआई ओर पार्षदो ओर पार्षदो के परिजनों में अनेक बार कहा सुनी हुई पुलिस को भी किट वितरण के बाद आना पड़ा और अवैध अतिक्रमण रोकने या राजस्व वसूली रुकवाने में में परीषद के कार्मिक प्रभावित हुए और ऐसे ही मामलों के चलते गत शुक्रवार को परीषद की राजनीति और सफाई व्यवस्था में लगे कार्मिक जो अन्य स्थानों पे अपनी ड्यूटी दे रहे है व सफाई कर्मियों की ड्यटी लगाने बाद कि हुज्जत में एसआई अनिरुध्द सिंह राज पुरोहित एपीओ हुए और आयुक्त भी दवाब की राजनीति में आयुक्त शिवपाल राजपुरोहित स्वयं बदली करवाना चाहते है।और बोर्ड में अनेक पार्षद भी उनकी बदली करवाने पे तुले है।ऐसे हालात में सभावती महेंद्र मेवाडा ने कोन्ग्रेसी बोर्ड व परीषद प्रशास्ग्न के मध्य तालमेल बिठा जनता के कार्यो को प्राथमिकता देने और भूमाफियाओं व अवैध निर्माणों से राजस्व वसूली नही करवाई तो नगर के विकास का मार्ग ठप्प होगा ।
अब नगर की जनता की उम्मीदे विधायक सयंम लोढा पे टिक गई है जो सिरोही नगर परीषद के कोन्ग्रेसी बोर्ड के जरिये सिरोही के विकास में कोनसा रुख अख्तियार करते है।