राजस्व वसूली को लेकर नगर परीषद सक्रिय
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
शांतिनगर सोसाइटी 210 जनो नगरीय विकास कर का सौपा मांग पत्र,कियोस्क को लेकर अधरझूल स्तिथि।
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोहीवाले में लगातार नगर परीषद के राजस्व हड़पने वालो, अवैध अनाधिकृत बांध काम के खिलाफ लगातार खबरे वायरल होने व विधायक सयंम लोढा के आयुक्त, सभापति व राजस्व अधिकारी को राजस्व वसूली के सख्त निर्देशो के बाद आयुक्त व राजस्व अधिकारी हरकत में आये और सभापति महेंद्र मेवाडा के वार्ड की पॉश कॉलोनी शांति नगर सोसाइटी का मौका देख समस्त सोसाइटी धारकों की सूची प्राप्त कर शांति नगर सोसाइटी के कुल 238 प्रॉपर्टी धारकों के बकाया नगरीय विकास कर के करीब 48 लाख के मांग पत्र सौप वसूली का नोटिस दिया।
यह अभियान अब कुम्हार वाड़ा, शाहजी की वाडी ओर नगर के अन्य वार्डो ओर सदर बाजार में भी शुरू कर बकाया नगरीय विकास कर वसूला जाएगा।
राजस्व अधिकारी सुरेश जीनगर ने बताया कि नगरीय विकास कर 2700 वर्ग फुट से अधिक आवासीय भूमि और निर्माण तथा 900 वर्ग फुट से अधिक वाणिज्यिक भूखंड पर निर्माण से वसूली जा रही है। उधर वर्ष 2002 में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में नगर के अनेक स्थानों पे कियोस्क आवंटित किए थे।
जिसमें अनेक स्थानों पे तो आवंटित कियोस्क आवंटियों ने नही लिए वही गोयली चौराहे पे अरविंद पैवेलियन की दीवार से सट के कियोस्क आवंटित हुए जिनमे फेर फार कर आवंटियों ने स्वयं या अवैध तरीके से सबलेट करने वालो ने कियोस्क में बदलाव भी किया कियोस्क की अवधि 10 साल की खत्म हो चुकी है पर वेध अवैध कियोस्क धारकों से नगर परीषद को कोई आय नही है।
जबकि मौजूदा बोर्ड इस दिशा में कार्रवाई करे तो भी नगर परीषद को राजस्व आय हो सकती है।नगर परिषद क्षेत्र में आज भी अवैध कॉलोनियों ओर अनाधिकृत बांध काम धड़ल्ले से हो रहा है व गत भाजपा बोर्ड के कार्य काल मे जम कर अनाधिकृत बांध कामो से राजस्व वसूली टेढ़ी खीर है और कोई एसआई अगर अवैध अतिक्रमण हटाने जाए तो पार्षद ओर पार्षद पति के विरोध को भी अतिक्रमण को रोकने में झेलना पड़ता है।
शिकायत में एसआई या नगर परीषद को एपीओ होना पड़ता है।वही संविदा कर्मी एसआई नगर परीषद में चल रहे अनाधिकृत बांध कामो को रोकने में विफल साबित हो रहे है।अगर आयुक्त ओर सभापती नगर परीषद बोर्ड और प्रशास्ग्न तालमेल के साथ नगर के विकास में नगर की राजस्व आय को बढ़ाये तो सिरोही नगर में विकास का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।