आजादी की लड़ाई में शहीद भगतसिंह के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता : लोढा
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरिश दवे
शिवगंज। शहीदे आजम सरदार भगतसिंह की जन्म जयंति यहां नगर पालिका परिसर में समारोह पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विधायक संयम लोढा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता पालिकाध्यक्ष वजींगराम घांची ने की।
कार्यक्रम में पालिका के पार्षद एवं कर्मचारी उपस्थित थे। इस अवसर पर विधायक सहित पालिकाध्यक्ष, पार्षदों एवं पालिका अधिकारियों व कर्मचारियों ने शहीद भगतसिंह की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं पालिका कर्मचारियों को संबोधित करते हुए
विधायक लोढ़ा ने शहीद भगतसिंह को महान क्रांतिकारी बताया। लोढ़ा ने कहा कि देश की आजादी के लिए सरदार भगतसिंह के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। विधायक लोढ़ा ने कहा कि सरदार भगतसिंह का जन्म लायलपुर जिले के बंगा में जो अब पाकिस्तान में है में हुआ था।
उनका परिवार एक आर्य समाजी सिक्ख परिवार था। भगतसिंह करतारसिंह सराभा और लाला लाजपतराय से अत्यधिक प्रभावित थे। लोढ़ा ने कहा कि १९१९ में जब जलियावाला बाग हत्याकांड हुआ उसने भगतसिंह के बाल मन पर गहरा प्रभाव डाला। उनका मन इस अमानवीय कृत्य को देख देश को अंगे्रजों की दासता से मुक्त करवाने की सोचने लगा और उन्होंने चन्द्रशेखर आजाद के साथ मिलकर क्रांतिकारी संगठन तैयार कर लिया।
विधायक ने कहा कि लाहौर षडयंत्र के मामले में भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा सुनाई गई। फांसी की सजा सुनाने पर भी वे दुखी नहीं हुए और देश के लिए हसंते हसंते फांसी के फंदे को गले से लगा लिया। विधायक ने कहा कि भगतसिंह एक अच्छे वक्ता, पाठक और लेखक भी थे। आजादी के संघर्ष के दौरान उन्होंने कई पत्र पत्रिकाओं के लिए लिखा भी और संपादन भी किया। इस अवसर पर पार्षद प्रकाश मीना, जयंतिलाल सोनी, कस्तुर घांची, राजेन्द्रसिंह राठौड, नारायणलाल परिहार, मालमसिंह, CTअल्पेश माली, सहवृत सदस्य महेन्द्र कुमार, पालिका के स्वास्थ्य निरीक्षक नरेश डांगी सहित कई कर्मचारी उपस्थित थे।