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प्रतिमा के साथ घटस्थापना धूमधाम से शनिवार को होगी

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

नवरात्र पर माता की मूर्ति व अस्थाई मंदिर की तैयारी अंतिम चरण में, जलेंगे आस्था भक्ति के दीप

रिपोर्ट हरिश दवे

सिरोही। शक्ति की उपासना व भक्ति पर्व शारदीय नवरात्रा स्थापना व शुभारंभ 17 अक्टूबर शनिवार को शहर के हृदय स्थल रामझरोखा मैदान में जगदम्बे नवयुवक मंडल सिरोही के तत्वावधान में कोरोनाकाल के मद्देनजर जनहित में पारंपरिक भव्य आयोजन को सादगी पूर्ण तरीके से मनाया जाएगा। नवरात्र में स्थापित की जाने वाली माता की मूर्ति बनाने एवं अस्थाई मंदिर बनाने की तैयारियां अंतिम चरण में है। इस बार गरबा नृत्य का आयोजन नहीं होगा।

मंडल के संरक्षक लोकेश खण्डेलवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य संरक्षक सुरेश सगरवंशी, संरक्षक गिरीश सगरवंशी, अध्यक्ष विजय पटेल एवं सदस्यों ने वर्तमान कोरोना की परिस्थितियों पर विचार विमर्श करके संक्रमण बचाव के उपायों को गंभीरता से लागू करने का निश्चय किया है। श्रद्धालुओं से आग्रह की अपील जारी करके केवल दर्शन- वंदन की व्यवस्था के तहत मास्क एवं सोशल डिस्टेंस के साथ बिना भीड़भाड़ के नवरात्रा आयोजन में देवी भक्तों को शिरकत करने का कहा है। खंडेलवाल ने बताया कि नगर के मुख्य नवरात्रि आयोजक जगदम्बे नवयुवक मंडल रामझरोखा द्वारा शनिवार को नवरात्रि स्थापना अवसर पर विधि विधान से अभिजीत मुहूर्त में 11 बजे माता जगदंबा की प्रतिमा सहित घट स्थापना होगी। बैठक मे संरक्षक राजेश गुलाबवाणी, गांधीभाई पटेल, रणछोड़ पुरोहित, प्रकाश खारवाल, प्रकाश प्रजापति, दिनेश प्रजापत,तगसिंह राजपुरोहित, शैतान खरोर, परबतसिंह केपी, रुपेश शर्मा, दिलीप पटेल आदि अन्य सदस्य उपस्थित थे।

काची माटी के गरबा कलश स्थापित होंगे -

नवरात्र में उमंग उल्लास के साथ आस्था की लोक परंपरा के तहत गरबा नृत्य पंडाल के बीच में कच्ची मिट्टी के बने घड़े एक के ऊपर एक रखने और शाम को दीप प्रज्वलन की परंपरा है इस बार गरबा नृत्य नहीं होगा लेकिन मैदान में काची माटी का गरबा यथावत रखा जाएगा। इसी तरह मिट्टी के कुंडे में ज्वारारोपण भी होगा।

प्रतिदिन तीन आरतियां होगी -

मैदान में बनाए गए अस्थाई मंदिर और वहां स्थापित प्रतिमा की पुजारी द्वारा सुबह-शाम एवं रात्रि को शयन आरती परम्परा अनुसार संपन्न की जाएगी।

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