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देवालयों व कब्रिस्तान समेत जगह जगह कचरे के ढेर,दास्तान ए जिला मुख्यालय।

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

सफाई ठेकों में सालाना खर्च 30 लाख से ज्यादा,

रिपोर्ट हरिश दवे

सिरोही देवनगरी सिरोही की चरमराई सफाई व्यवस्था नगर की खूबसूरती पर बदनुमा दाग बन के रह गई है।विगत भाजपा बोर्डों के दौरान पालिकाध्यक्ष वीरेंद्र मोदी ने नगर की सफाई व्यवस्था सुचारू करने या नगर पालिका कोष को चुना लगाने के लिए सफाई ठेका पध्दति शुरू की।जो मौजूदा कोंग्रेस बोर्ड तक बदस्तूर जारी है।

भले सिरोही नगर पालिका अब नगर परीषद के तमगे वाली हो गई पर सफाई व्यवस्था की पध्दति में कोई बदलाव नही आया।यह अलग बात है कि स्वच्छ भारत अभियान के नाम सफाई उपकरणों की जम कर खरीदी हुई जो सफाई व्यवस्था के काम आए या सफाई ठेकेदारों के या घर घर कचरा संग्रहन वालो के पर सिंगल यूज पॉलीथिन बेग, ओर प्रतिबंधित पॉलीथिन बेग जो पर्यावरण और सफाई व्यवस्था के लिए घातक है।

उस पर अंकुश लगाने में मौजूदा बोर्ड निकम्मा साबित हुआ। मुख्यालय छोड़ने वाले सफाई निरीक्षक ओर अन्य सफाई निरीक्षक गाहे बगाहे मूक पशुओं के लिए जान लेवा साबित हो रही पॉलीथिन की थैलियों पे अंकुश लगाने के नाम कार्रवाई तब करते है जब कोर्ट या सरकारो आदेश पर जिला कलेक्टर के निर्देशों पे एसडीएम, आयुक्त ओर सभापती के साथ व्यापारियों के मण्डल कि बैठके आयोजित कर व्यापारियों को कड़ी कानूनी कारवाई की चेतावनी दे पर यह चेतावनी भी शिस्टाचार बन के रह जाती है।

जिसका परिणाम रात्रि नो बजे के बाद नगर की प्रमुख सड़को पे व्यापारी, ठेले, खोमचे वाले जगह जगह मन मर्जी के कचरा स्टैंडों पे पॉलीथिन का कचरा उड़ेल देते है। वही कब्रिस्तान, सुनार वाड़ा, रामझरोखा के पीछे, चम्पावती बावड़ी, हिन्दू जैन, श्मशान भूमि, पुराना बस स्टैंड, हॉस्पिटल के बाहर कचरे के ढेर नित रोज लग जाते है।

वही तालाब,बावड़ी, नवीन भवन, महिला कॉलेज, गर्ल्स विद्यालय मार्ग को भी डंपिंग यार्ड नगर की सफाई व्यवस्था के दुश्मन बना देते है।हालांकि नगर सभापती के समक्ष नित रोज सफाई अव्यवस्था का प्रकरण आने पे वो त्वरित कार्रवाई कर आम जन को राहत देने का प्रयास करते है।पर आयुक्त महेंद्र चौधरी और सभापती महेंद्र मेवाडा ने सफाई ठेकों के भरस्टाचार पे अंकुश लगा सफाई कर्मी जो सफाई कार्यो को छोड़ अन्यत्र अपनी सेवाएं दे रहे है उंन्हे सफ़ाई व्यवस्था में लगा नगर की लचर सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाने में ठोस योजना अमल में नही लाई तो नगर वासियो के आक्रोश का सामना नगर परीषद बोर्ड को करना पड़ सकता है।

आज भी सवेरे जिला मुख्यालय सिरोही के कब्रिस्तान के बाहर नगरपरिषद का सूचना बोर्ड होने के बावजूद आस-पास के लोगो द्वारा प्रतिदिन कचरा फेका जा रहा था इसका मतलब साफ है कि नगरपरिषद के सूचना बोर्ड का कोई औचित्य नही। यह जानकारी राजस्थान मुस्लिम परिषद के जिलाध्यक्ष मुनव्वर मोहम्मद शेख ने विधायक संयम लोढा, सभापती महेंद्र मेवाडा ओर सिरोही वाले युट्युब चेनल को दी और सोशल मीडिया में कब्रिस्तान के बाहर के हालात उजागर होने के बाद सभापति महेंद्र मेवाडा ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश एसआई को दे कर कब्रिस्तान के बाहर सफाई व्यवस्था ठीक करवाई।

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