किसान विरोधी बिलों को वापस लेने के लिए किसानों के समर्थन में आया शिक्षक संगठन : गहलोत
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
शिक्षक संगठन भी सक्रिय राजनीति में कूदे।
रिपोर्ट हरीश दवे
कोरोना काल मे प्रदेश के छात्र छात्रा व उनके अभिभावक कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए ओन लाइन, ऑफ लाइन अध्ययन कर रहे है और उनकी शिक्षा पर भारी प्रतिकूल असर पड़ रहा है वही अनेक निजी स्कूलों में नियमो के विपरीत फीस वसूली भी की जा रही है ओर ट्यूशन खोर शिक्षक बदस्तूर कोचिंग व ट्यूशनों में छात्र छात्राओं की जेब ढीली कर रहे है पूरे प्रदेश में सिरोही जिला विभिन्न शिक्षक संघो का केंद्र बिंदु बना रहा है और केंद्र हो या राज्य जिले के शिक्षक संघो की मांगे उठती रहती है।इसी क्रम में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री की पूण्यतिथि पर शास्त्री के प्रसिद्ध स्लोगन ’’जय जवान जय किसान’’ की प्रेरणा लेकर राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र गहलोत के नेतृत्व में जिला कार्यकारिणी की ओर से किसान विरोधी बिलों को वापस लेने को लेकर 46 दिन से चल रहे किसान आन्दोलन को समर्थन देने की घोषणा के साथ ही 13 जनवरी 2021 को राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को जिला कलेक्टर सिरोही के माध्यम से ज्ञापन दिया जायेगा।
संघ (प्रगतिशील) के जिला मंत्री ईनामुल हक कुरैशी ने बताया कि संगठन के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने लाल बहादूर शास्त्री की पूण्यतिथि पर संगठन के पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री ने जो नारा दिया ’’जय जवान जय किसान’’ के अर्थ का अनर्थ बनाकर वर्तमान केन्द्र सरकार किसानों के साथ शासकीय हठधर्मिता से भारत का अन्नदाता दिल्ली की सडकों पर रोता बिलखता होने के बावजूद केन्द्र सरकार के कानों में जू तक नहीं रेंग रही हैं।
ऐसे में देश की इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में देश का शिक्षक भी इन लाखों भूमि पुत्रों के समर्थन में खडा रह कर केन्द्र सरकार द्वारा पारित किसान विरोधी बिलों को निरस्त करवाने के लिए कृत संकल्प रहेगा। संगठन की कार्यकारिणी ने सर्व सम्मत प्रस्ताव पारित कर केंद्र के किसान विरोधी बिल को वापस लेने के लिए 13 जनवरी 2021 बुधवार को राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के बैनर तले देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमत्री को जिला कलेक्टर सिरोही के मार्फत ज्ञापन दिया जाएगा। ज्ञापन देने के लिए पंचायत समिति कार्यालय सिरोही के बाहर कोविड गाईड लाईन की पालना करते हुए शिक्षकों को अधिक से अधिक उपस्थिति होने के निर्देश दिये।