राजस्थान

संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले सीएम ने एक दर्जन विधायकों से किया संवाद

बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए संयम लोढ़ा को विशेष बधाई

कांग्रेस की वर्किंग कमेटी मीटिंग और बजट सत्र के बाद प्रदेश में होने वाले संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार शाम करीब साढ़े 4 घंटे तक एक दर्जन विधायकों से मुलाकात की. मुख्यमंत्री कार्यालय में शनिवार शाम 5:00 बजे मुलाकात का सिलसिला शुरू हुआ, जो रात को 9:30 बजे तक चला, मुख्यमंत्री ने सभी एक दर्जन विधायकों से वन टू वन संवाद किया.

इस दौरान विधायकों से उनके क्षेत्र की समस्याओं के बारे में चर्चा की गई और साथ ही प्रदेश के राजनीतिक मामलों पर भी विचार-विमर्श हुआ. राज्य सभा की एक सीट और विधानसभा की 2 सीटों के उपचुनाव को लेकर भी चर्चा हुई और साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी फीडबैक लिया गया.

मंत्री के दावेदार मिले मुख्यमंत्री से:
बजट सत्र के समापन के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल में मामूली फेरबदल होने की चर्चाओं के बीच शनिवार की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. सिरोही के निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने मुख्यमंत्री से लंबी चर्चा की. हाल ही विधानसभा सत्र के दौरान संयम लोढ़ा ने निर्दलीय विधायक होते हुए भी सरकार की ओर से मोर्चा संभाला और विपक्ष पर तीखे प्रहार किए थे. उनके अलावा शेखावाटी के तीन दिग्गज विधायक राजेंद्र पारीक, परसराम मोरदिया व नरेंद्र बुडानिया ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की. वही विजयपाल मिर्धा, किसनाराम विश्नोई, महेंद्र जीत सिंह मालवीय, अमीन खान, हीरालाल मेघवाल भी मुख्यमंत्री से मिले. पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, दयाराम परमार और बृजकिशोर शर्मा ने भी मुख्यमंत्री से चर्चा की.

गिरिराज गर्ग से हुई संगठन पर चर्चा:
विधायकों और पूर्व मंत्रियों के अलावा मुख्यमंत्री ने प्रदेश कांग्रेस के महासचिव गिरिराज गर्ग को भी बुलाकर उनसे बंद कमरे में बात की. संगठन पदाधिकारी के रूप में शनिवार को मुख्यमंत्री नेसिर्फ गिरिराज गर्ग से ही मुलाकात की. मंडावा से उपचुनाव के लिए टिकट की दावेदार मानी जा रही रीटा चौधरी भी मुख्यमंत्री से मिलने सीएमओ पहुंची. गिरिराज गर्ग से कार्यकर्ताओं के बारे में चर्चा की और साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी फीडबैक लिया इस दौरान राज्यसभा और विधानसभा के उपचुनाव को लेकर भी मंत्रणा हुई.

कल की थी मीणा समाज के विधायकों ने मुलाकात:
मुख्यमंत्री से इससे पहले शुक्रवार को मीणा समाज के विधायकों ने मुलाकात की थी. इनमें मंत्री रमेश मीणा व प्रसादी मीणा भी शामिल थे. साथ ही आदिवासी इलाके से आने वाले अर्जुन बामणिया ने भी मुख्यमंत्री से शुक्रवार को मुलाकात की थी.

लगभग 1 महीने के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने पहली बार लगातार इतना समय विधायकों को दिया है. हालांकि अधिकांश विधायकों ने अपने क्षेत्र की चर्चा करने का ही दावा किया, लेकिन माना जा रहा है कि विधायकों से हुए इस विशेष संवाद के दौरान राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा हुई और साथ ही प्रदेश के राजनीतिक हालातों पर भी फीडबैक लिया गया. मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए संयम लोढ़ा को विशेष बधाई भी दी.

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