कोई भी समाज जाति के आधार पर परम्परागत कार्य करने के लिए बाध्य नहीं : लोढ़ा
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने कहा है कि कोई भी समाज जाति के आधार पर परम्परागत कार्य करने के लिए बाध्य नहीं है। शिक्षा, और तकनीक ने नये रास्ते खोल दिये। उन्होने कहा कि अपनी प्रतिभा के बल पर नई पीढी ने परम्परागत कार्य क्षेत्र से हटकर नये क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल की है।
लोढ़ा जावाल में जालोर एवं सिरोही के दमामी समाज के सामाजिक सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे उन्होने कहा कि एक तरफ जहां संगीत के क्षेत्र में नदीम श्रवण क्षेम संगीतकार श्रवण राठौड़ वहीं गायीकी क्षेत्र में रूप कुमार राठौड़ ने राजस्थान को गौरवान्वित किया है।
राज्य के मुख्य सचिव निरंजन कुमार आर्य भी आप ही के समाज से आते है जो राज्य के पूरे प्रशासनिक जगत को नेतृत्व प्रदान कर रहा है। उन्होने कहा कि हमारे यहां कहावत है कि अच्छा कार्य करो और नहीं कर सकते हो तो करने की प्रेरणा दो और वो भी नहीं कर सकते है तो जो कर रहे है उनका अनुमोदन करो।
लोढ़ा ने कहा कि हमारा स्वर्ग और नरक इसी दुनिया में है और इसका अनुभव हमें हमारे काम से होता है। इस अवसर पर दमामी समाज के लोगों ने विधायक संयम लोढा से जिला मुख्यालय पर समाज के भवन हेतु जमीन आवंटन की मांग की जिस पर लोढा ने आश्वासन दिया।
इस अवसर पर जावाल के बद्रीलाल, पीतारामजी कलावंत पुनीत अग्रवाल, रामपुरा सरपंच देवाराम सुथार, तेजाराम मेगवाल, गोविंद भाटी,उपसरपंच नारायण माली,डाँ विक्रम सिंह भूराराम मोहब्बत नगर, हरीश मोदरा,अमृतलाल झाडोली, कसाराम मनादर, दलपत कालंद्री, शंकरलाल मंडवाडा,छगनलाल पोसालिया, मोहित मनादर,गोमाराम पोसालिया, अशोक कुमार शिवगंज, सोमप्रसाद शिवगंज सोहनलाल भुतगांव,अर्जुन बरलुट, देवाराम कैलाशनगर, सोहनलाल भूतगांव, अर्जुन बरलुट, देवाराम कैलाशनगर आदि उपस्थित थे।