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सरकार एवं प्रशासन के कड़े नियमों के बावजूद भी नहीं रुक रहा है कोरोना:जय विक्रम हरण

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

जिला प्रशासन के आदेश के बावजूद आवश्यक सेवा वालो के नही हुए आरपीसीटीआर टेस्ट।

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लाख कोशिश करे जनता को कोरोना से बचाब की अपील करे, कोरोना से बचाब ओर गाइड लाइन की सख्त पालना का सख्त आव्हान करे। पर आम जन में कुछ तबके व आवश्यक सेवाओ के नाम सेवा बजा रहे लोगो ने जैसे संक्रमण फैलाने की ठान ली है जो जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की आंखों में धूल झोंक राजनीतिक वरद हस्त प्राप्त कर सरकारी गाइड लाइन की धज्जियां उड़ा रहे है अभी भी समय है कुछ दिनों के लिए आवश्यक वस्तु हो या अनावश्यक वस्तु सभी का व्यापार दुकानें यदि बंद नही की तो कोरोना संक्रमण का खतरा भयावह रूप धारण कर सकता है यह बयान समाज सेवी जय विक्रम हरण ने विज्ञप्ति जारी कर दिया।

हरण ने कहा कि आज जिस तरीके से ज्यादा संक्रमण फैल रहा है व आवश्यक वस्तुएं जिन्हें लेने के लिए आम जनता बार-बार बाजारों में घूम रही है प्रशासन कितना भी कठोर हो जाए सख्त से सख्त नियम लेकर आ जाए लेकिन आवश्यक वस्तुओं की दुकान खुली रहेगी तो संक्रमण फैलने से नहीं रोक सकती अभी 2 दिन पहले प्रशासन ने एक सरकारी आदेश भी निकाला है की समस्त आवश्यक वस्तु बेचने वालों को आरपीसीटीआर टेस्ट कराना अनिवार्य है कृपया यह बताएं कि इन 2 दिनों में कितने लोगों ने टेस्ट कराया है जिला प्रशासन इनके लिए क्या इनके घर घर जाकर इनके पूरे परिवार का टेस्ट करेगा इन लोगों के व्यापार के लिए आम जनता क्यों परेशान होगी किराना दुकान पर जाओ तो संपन्न लोग थैलिया भर भरकर खरीदी करते दिखते हैं क्या नहीं है उनके घर पर कुछ भी खाने को गरीब व्यक्ति कहीं नहीं दिखता खरीदी करते हुए वह एक समय का खाना खाकर भी गुजारा कर रहा है आप डेरी पर चले जाओ दूध से ज्यादा अनावश्यक वस्तु ब्रेड बटर बिस्किट चिप्स के पैकेट नमकीन बिकता दिख रहा है क्या यह आवश्यक वस्तु है या इनको खाऐ बिना हम लोग मर जाएंगे ग्रामीण एरिये एवं गांव में इससे भी बदतर हालत है क्योंकि वहां पर दुकान और घर जुड़े हुए होने की वजह से पूरे दिन अंदर से अंदर व्यापार चलता है छोटे बच्चे चिप्स और बिस्किट के चक्कर में दुकानों पर जाते हैं ओर घटिया अवधि पार सामान भी बिक़ रहा है यह सिलसिला न जाने कब रुकेगा समाज मे कितनी जवान और बुजुर्ग मोतो से परिवार बिखर रहे है हस्पतालों में भीड़ बढ़ती जा रही है अगर ग्रामीण न नगरीय क्षेत्रों में आरपीसीटीआर टेस्ट करवा दिए जाएं तो आने वाले आंकड़े नई कहानी रचेंगे।

जिला प्रशाशन ओर जन प्रतिनिधियों को राज्य सरकार को निष्पक्ष तरीके से व्यवहारिता पूर्वक सरकारी गाइड लाइन का छोटे बड़े का भेद भूल दोषी तत्वों पर कठोर तम कार्रवाई करनी चाहिए ताकि उनका उनके परिजनों व जनता में यह संक्रमण रोका जा सके। समाज सेवी हरण ने कहा कि आवश्यक वस्तु कुछ दिनों अगर दूध सब्जी नमकीन ब्रेड बटर मैगी पास्ता और किराना का सामान नहीं मिलेगा तो जो घर में है वह खाकर गुजारा कर लो आसपास में किसी को तकलीफ है तो आप उसकी सहायता कर लो लेकिन प्रशासन कुछ दिनों के लिए नगर के चार भागो निश्चित समय मे आवश्यक दुकानों को छोड़ सभी को बंद कर ले ।

कानून कितने भी सख्त बना ले गांव में अभी भी सभी वस्तुएं मिलती है हर गांव में रूलर एरिया में प्रशासन नहीं पहुंच सकता गांव में वस्तु सप्लाई होने की चैन को रोको माल नहीं जाएगा तो बिकेगा नहीं आवश्यक वस्तुओं के लिए समस्त प्रकार के जो पास लोगों को आने जाने के लिए दिए गए हैं उन्हें रद्द कर दिया जाए जोकि उन के चक्कर में अनावश्यक वस्तुओं की डिलीवरी ज्यादा होती है गरीब तो सालों से एक समय का खाना खाकर भी गुजारा कर रहा है और हम इस खाने के चक्कर में लोगों को मार रहे हैं प्रशासन से हाथ जोड़कर विनती है कि इस पर सख्त कार्रवाई की जाए जो गरीब है जिनके पास खाने खरीदने के लिए पैसा नहीं है केवल उनके पास खाना पहुंचा दिया जाए गरीबों का एवं आवश्यक वस्तुओं का नाम लेकर संक्रमण को फैलाया जा रहा है इसके परिणाम आगे घातक दिखेंगे।

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