ई-संजीवनी मोबाईल ऐप से परामर्श हुआ सुलभ, मरीजों को कतारों से मिली मुक्ति, घर बैठे ही मिल रहा उचित परामर्श
सिरोही- वैश्विक महामारी कोरोना के चलते आमजन को घर बैठे परामर्श सेवाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा ई-संजीवनी मोबाईल ऐप सेवा शुरू की गई है, जिससे अस्पतालों में भीड नियंत्रण कर कोरोना खतरे को कम किया जा सके और आमजन को सुलभता और सरलता से परामर्श सेवा प्राप्त हो सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि प्रदेशभर में ई-संजीवनी मोबाईल ऐप सेवा शुरू की गई है जिसमें विभिन्न अस्पतालों में चिकित्सक प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक निशुल्क परामर्श सेवा प्रदान कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाने और मरीजों को असहजता से बचाने के लिए यह सेवा शुरू की गई है।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि ई-संजीवनी मोबाईल ऐप सेवा का लाभ ऑडिओ के साथ वीडियों कॉल पर भी उपलब्ध है। सुविधा का लाभ कम्प्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट के साथ वेब कैमरा, माईक, स्पीकर और इंटरनेट कनेक्शन की सहायता से उठाया जा सकता है। रोगी को पंजीयन के बाद जो टोकन नंबर मिलेगा, उसे लॉगइन करने के बाद डॉक्टर के परामर्श की प्रक्रिया शुरू होगी।
यहां करें रजिस्ट्रेशन
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि प्ले स्टोर से ई-संजीवनी एप्प डाउनलोड कर जिसके बाद रजिस्ट्रेशन पर क्लिक किया जायेगा। जहां मरीज को अपनी जानकारी और मोबाईल नंबर एंटर करने होंगे, जहां मोबाईल नंबर पर ओटीपी आयेगा। जिसे सेव करना होगा। जिसके बाद ई-संजीवनी एप्प पर मरीज अपने मोबाईल नंबर और पासवर्ड में उसे मिले टोकन नंबर डालकर लॉगइन करेगा, तत्पश्चात उसे जिस डॉक्टर से परामर्श लेना है उसकी जानकारी एंटर करनी पडे़गी और लगभग 10-15 मिनट के अन्दर मरीज को परामर्श मिल जायेगा। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया को कोई भी कर सकता है और सीधे मरीज को चिकित्सक से परामर्श दिला सकता है। कॉल ख़त्म होने पर आपको पर ई-प्रिस्क्रिप्शन प्राप्त होगा। ई-प्रिस्क्रिप्शन से किसी भी निकटतम डीडीसी से अथवा फार्मेसी/मेडिकल स्टोर से दवाइयां लेवे। यदि इस दौरान परामर्शदाता डॉक्टर को विशेषज्ञ सलाह की जरूरत होगी तो टेलीमेडिसन सुविधा का भी उपयोग किया जा सकता है।