आरएएस ओर आरपीएससी एक्जाम में धांधली को रोकने श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन ने सौपा सीएम को ज्ञापन
सिरोही, हरीश दवे | आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 को लेकर विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं नीत रोज सामने आ रही हैं। पहले आरपीएससी का एक कर्मचारी आयोग के एक सदस्य के नाम पर 23 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा गया, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर उनके रिश्तेदारों को साक्षात्कार में लिखित परीक्षा से दुगुने नंबर दिलवाने का आरोप व उनके ओबीसी प्रमाण पत्र की प्रमाणिकता पर भी प्रश्न उठाये गये है उसके बाद पिछले दिनों जोधपुर में 20 लाख के साथ साक्षात्कार में रिश्वत का लेन देन करने वाले दलाल पकड़े गये।
इन सब घटनाओं ने राज्य को प्रशासनिक अधिकारी उपलब्ध करवाने वाली सर्वोच्च संस्था की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है, राज्य की प्रशासनिक मशीनरी की संपूर्ण चयन प्रक्रिया संशय के घेरे में आ गई है। इस परीक्षा की तैयारी करने वाला सामान्य विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों में निराशा व्याप्त है। इन सब परिस्थितियां से सरकार और उसके प्रशासन की विश्वसनीयता के लिए गंभीर आक्षेप हैं। इस अविश्वास, संशय और निराशा के वातावरण को दूर करने के लिए RAS 2018 की संपूर्ण प्रक्रिया की न्यायिक जांच करवा कर जिम्मेदार दोषियों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग करते हुए श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं द्वारा 3 अगस्त को उपखंड अधिकारी भगीरथ चौधरी, शिवगंज (सिरोही) के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। इस अवसर पर जिसमें श्रवण सिंह रुखाडा, दिग्विजयसिंह कोलीवाड़ा, जितेंद्र सिंह रायपुर, सुरेंद्र सिंह आशापुरा, शूरवीर सिंह खिनदारा गांव, तरुण सुथार, नरेंद्र सिंह पावा, प्रकाश देवासी, विनयपाल सिंह सैणा, शोएब खान, महावीर सिंह देवली, महेंद्र सिंह चुली, देवराज सिंह, रमेश कुमार, श्रीपाल सिंह सलोदरिया, दिनेश माली, मदन सांखला सहित सर्व समाज के लोग एवं परीक्षार्थी उपस्थित रहे।