नागरिकों के लिए समान जनसंख्या नीति बने - कैलाश शर्मा
सिरोही, हरीश दवे | जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की हुई बैठक, बढ़ती आबादी पर चिंता जताई, कहा गया कि जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी अन्यथा होंगे गृहयुद्ध के हालात, कानून बनवाने के लिए जुटा रहे हैं जनमत, बोले वक्ता
सिरोही। देश में बेकाबू होते जनसंख्या के हालात पर चिंता जाहिर करते हुए आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक कैलाश शर्मा ने कहां की सरकार को जनसंख्या नियंत्रण अधिनियम संसद में पेश करके कानून बनाना होगा अन्यथा हालात गृह युद्ध के संकेत दे रहे हैं उन्होंने बढ़ती जनसंख्या को देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक बताया। इस संबंध में जनसंख्या समाधान फाउंडेशन राजस्थान के सिरोही इकाई की जिला कार्यसमिति बैठक मे उन्होंने यह उदगार व्यक्त किए।
मुख्यालय स्थित आदर्श विद्या मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को आयोजित जिला बैठक में मुख्य वक्ता वरिष्ठ प्रचारक कैलाश शर्मा, मुख्य अतिथि फाउंडेशन प्रदेशध्यक्ष नारायण चौधरी, प्रदेश संरक्षक ज्ञानदेव आहूजा, संघ के प्रांत प्रचारक राजेश कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित आदि के सानिध्य में जिले भर से आए राष्ट्रभक्त कार्यकर्ताओं व विविध संगठन के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में भारत माता की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ फाउंडेशन की बैठक शुरू हुई। मुख्य वक्ता कैलाश शर्मा ने इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन से जुड़ने तथा सफल बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के हितों की रक्षा के लिए अब जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाया जाना नितांत जरूरी है। उन्होंने इस मौके पर जनसंख्या बढ़ोतरी में वर्गीय असंतुलन को लेकर चिंता प्रकट की।
फाउंडेशन के प्रदेश संरक्षक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि जनता के बड़े वर्ग में सभी नागरिकों के लिए समान जनसंख्या नीति बनाने की मांग को लेकर एक अंडर करंट चल रहा था और लोगों मे प्रतिदिन यह शंका बढ़ रही है कि देश इस आबादी के असंतुलन से कही संकटों से ना घिर जाए, इसके लिए फाउंडेशन जनसंख्या समाधान अधिनियम बनवाने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन चला रहा है। उन्होंने इस शांतिपूर्ण आंदोलन को व्यापक व जन-जन तक पहुंचाने की अपील करके कहा कि जिला इकाई इस विषय को लेकर आगामी दिनों में संवाद, सभा, पदयात्रा, रैली आदि कार्यक्रम आयोजित करेंगी। जिला बैठक में प्रदेशध्यक्ष नारायण चौधरी ने आंदोलन की विस्तृत जानकारी देकर कहा कि बढ़ती आबादी का परिणाम है कि उपलब्ध संसाधन बहुत तेजी से कम पड़ते जा रहे हैं तथा सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय स्थितियां विस्फोटक होती जा रही है।
उन्होंने जनसंख्या बढ़ोतरी में वर्गीय संतुलन को आने वाले दिनों के लिए घातक बताया। चौधरी ने कहां की यह असंतुलन होना भी एक खतरनाक स्थिति की ओर इशारा कर रहा है। प्रांत प्रचारक राजेश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को जरूरी बताते हुए कहा कि इस लोकतंत्र, राष्ट्र के साथ- साथ धर्म, संस्कृति को बचाने के लिए सभी वर्ग समुदाय के लिए समान नीति बने और हम दो हमारे दो, तो फिर सबके दो होने चाहिए। स्वागत संबोधन मे जिला संयोजक अशोक पुरोहित ने इस मुहिम को जिले में उच्च शिखर पर पहुंचाने का विश्वास दिलाया और कहा कि जनसंख्या का चरित्र राजनीति का परिदृश्य बदल देता है और देश की सीमाएं भी बदल देता है, उन्होंने 1952 में बनी जनसंख्या नीति पर सवाल खड़े कर कहा कि यह समग्र विचार से नहीं बनाई गई। कार्यक्रम समापन पर जिलाध्यक्ष विजय गोठवाल ने सभी का आभार प्रकट किया और संचालन उपाध्यक्ष सुरेश सगरवंशी ने किया। प्रारंभ में वंदे मातरम गान के बाद अतिथियों का दुपट्टा पहनाकर जिला इकाई ने स्वागत सत्कार किया और स्मृति स्वरूप अतिथियों को सिरोही की प्रसिद्ध तलवार भेंट की गई। इस मौके पर उपस्थित नवनिर्वाचित जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित का भी फाउंडेशन ने स्वागत किया।
फाउंडेशन की जिला स्तरीय बैठक में विचार परिवार व विविध संगठनों के कार्यकर्ता समेत फाउंडेशन की महासचिव दर्शना देसाई, ममता कश्यप, हंसराज पुरोहित, नारायणसिंह डाबी, सेवा भारती के चंपत मिस्त्री, मजदूर संघ के राजेंद्रसिंह डाबी, उद्योग प्रकोष्ठ के दिनेश बिंदल, एडवोकेट वीरेंद्रसिंह चौहान, युवा प्रभार हेमंत पुरोहित, पंचायत प्रकोष्ठ के दीपेंद्रसिंह पीथापूरा, सुरेश थिगर, संस्कार भारती के राजेश सेन, सामाजिक कार्यकर्ता लोकेश खंडेलवाल, भगवतसिंह सोलंकी, विद्या भारती के राजेश त्रिवेदी, मधुसूदन, अंशु वशिष्ठ, किसान नेता गणपतसिंह राठौड़, गोपाल माली, बीएमएस के सुरेश प्रजापत, भगाराम चौधरी, महिपाल चारण, वीरेंद्रसिंह भाटी, शिक्षक संघ के गोपालसिंह राव, चुन्नीलाल पटेल, विक्रमसिंह झाला, वीरेंद्र एम चौहान, अजय भट्ट, प्रतिभा शर्मा, आशा देवड़ा, प्रतिपक्ष नेता मगनलाल मीणा, मणिबाई माली, गोविंद माली, महेंद्र माली, राकेश पुरोहित, जय गोपाल पुरोहित, राहुल रावल, लक्ष्मण परिहार, शैलेश चौधरी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।