विश्व पर्यावरण दिवस गाँधी के उपलक्ष्य में गाँधी पार्क सिरोही में विचार गोष्ठी एवं पार्क की स्वच्छता हेतु श्रमदान का आयोजन
सिरोही, 5 जून। "ओनली वन अर्थ" (Only One Earth) के थीम वाक्य आधारित इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के उपलक्ष्य में वरिष्ठ एवं युवा नागरिक विकास समिति द्वारा नगर परिषद् सभापति महेन्द्र कुमार मेवाड़ा के मुख्य आतिथ्य एवं राजस्थान सरकार द्वारा मनोनित जिला स्तरीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन समिति सदस्य संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में गाँधी पार्क सिरोही (Gandhi Park Sirohi) में विचार गोष्ठी एवं पार्क की स्वच्छता हेतु श्रमदान का आयोजन किया गया।
उक्त जानकारी समिति अध्यक्ष भीकसिंह भाटी ने देेते हुए बताया कि इस अवसर पर मुख्य अतिथि सभापति महेन्द्र कुमार मेवाड़ा ने पर्यावरण सुरक्षा के महत्व को प्रकाशित करते हुए कहा कि, प्रत्येक नागरिक में स्वच्छता के प्रति रूझान एवं इसके प्रति चाह होनी चाहिए, पर्यावरण के लिए प्लास्टिक उत्पाद सबसे घातक है जिसे आगामी जुलाई माह से प्रतिबंधित किया जा रहा है जिसका जनहित में सख्ती से पालन करवाया जायेगा। उन्होनें गाँधी पार्क को आमजन के आकर्षण का केन्द्र बनाने का भी आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में जिला स्तरीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन समिति सदस्य संजय अग्रवाल ने पर्यावरण सुरक्षा के बारे में बताते हुए इसे आमजन का अभियान बनाने का आहवान किया। इस मौके पर पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी गणपतसिंह देवड़ा, मोहम्मद हनीफ, पर्यावरण प्रेमी राजेन्द्र नरूका, हर्षित प्रजापत, भवानी, कार्तिक, राधा और आनन्दी आदि ने भी अपने सारगर्भित विचार प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम संचालक धीरेन्द्रसिंह सिंदल ने कहा कि, पर्यावरण के घटको का एक अद्भूत संतुलन है जब कभी मानव ने अपने स्वार्थ या विकास के नाम पर इस संतुलन से छेडछाड की है तो प्रकृति ने विभिन्न तरह से अपना कोप प्रदर्शित किया है। हमें ब्रह्माण्ड़ की एक मात्र इस पृथ्वी को बचाना होगा।
अध्यक्ष भीकसिंह भाटी ने समिति के कार्यो की व्याख्या करते हुए पर्यावरण सुरक्षा बाबत् राजस्थानी भाषा में एक कविता प्रस्तुत की तथा सभी को पर्यावरण प्रहरी बने का संकल्प दिलाया। इसके उपरान्त सभी ने अपनी श्रद्धानुसार पार्क में स्वच्छता का कार्य किया। नगर परिषद् के सफाई कर्मचारियों के दल ने बहुत ही उत्कृष्ट कार्य किया।
कार्यक्रम में राजीव चैरसिया, दिलीप जागरी, इनायत खांन, शाकम्भरी सिंह, गणपतसिंह देवड़ा, राजेन्द्र नरूका, धीरेन्द्रसिंह सिंदल, मोहम्मद हनीफ, मुख्तियार खांन (बाबु भाई), आवेश खांन, नारायण माली, लक्ष्मण हीरागर, ललित सुथार, शरीफ भाई, लक्ष्मण रावल, मकसुद अली, आनन्दी, राधा कुमारी, कार्तिक, हर्षित प्रजापत, भवानी, राजेन्द्र कुमार मीणा आदि उपस्थित थे।