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दूधिया तालाब के ओवर फ्लो की भ्रामक सूचना पर ऐतिहातन जिला कलेक्टर ने किया निरीक्षण

एसडीएम, आयुक्त, तहसीलदार व अधिकारियों ने स्थिति को देखा।


सिरोहीवाले न्यूज ब्यूरो
हरीश दवे

सिरोही। अर्बुदांचल व सिरनवांचल में झमाझम बारिश के बाद जिले का प्राकृतिक सौंदर्य लबालब जलाशयों व प्रकृति की हरीतिमा में खिल उठा है।पर जिला मुख्यालय पर 4 लेन हाइवे के विकास व नगर परिषद, तहसील प्रशासन के विगत वर्षों के सरंक्षण अथवा नियमो के विपरीत तालाबो की भूमि व आवक मार्गो को हड़पने व कब्जो की वजह से भरपूर सिल्ट से अटे पड़े अखेलाव तालाब, मानसरोवर व कब्जो के शिकार कालकाजी में पर्याप्त जल आवक नही हुई। वही धान धाँढेला तालाब तो पूर्णतया सिस्टम ने खुर्द बुर्द कर दिया है, वही 4 लेन हाइवे कटने में दूधिया तालाब व उसका केचमेंट एरिया भी प्रभावित हुआ व जिला प्रशासन व जन प्रतिनिधियों व धर्म, योग व अध्यात्म, प्रकृति की सेवा व सरंक्षण के समाज सेवी भी तालाबो व नदी नालों को हड़पने वाले भूमाफ़ियायो के मददगार बन तालाबो को नष्ट करने पर आमादा है।

आज दूधिया तालाब भले ही भरा हुआ दिखता है पर तालाब की भराव क्षमता क्षीण है व सड़क व तालाब के समान लेवल में जिला जल बिरादरी व आदर्श चेरिटेबल संस्थान, पंच महाजनांन व जनसहयोग व मानसून पूर्व अनेक विषमताओ के बावजूद जिला जल बिरादरी के दूधिया तालाब की डिसिलटिंग करवाने व डम्पर व ट्रेक्टरों से मिट्टी की निकासी व अवरुद्ध आवक मार्ग दुरस्त करने के बाद बचे खुचे तालाब में सिरनवा के पहाड़ियों व मातर माताजी की पहाड़ियों के झरनों से अवश्य आवक हुई । पर जिला प्रशासन दूधिया तालाब के केचमेन्ट एरिया में अवैध अतिक्रमन को ध्वस्त नही कर सका।

उधर दूधिया तालाब में बारिश से लगातार जल की आवक से कैचमेंट एरिया के भयभीत अतिक्रमियों के मददगार ने बिना तकनीकी जानकारी दूधिया के ओवर फ्लो होने व खतरे की स्तिथि जिला प्रशासन को मिलने के बाद जिला कलेक्टर डॉ भंवर लाल, एसडीएम रमेशचन्द्र बहेड़िया, आयुक्त महेंद्र सिंह चौधरी व तहसीलदार के साथ प्रशासनिक हल्का दूधिया तालाब पे पहुचा व जिला कलेक्टर ने दूधिया तालाब, आवक मार्ग व हर स्तिथि की जानकारी उपस्थित जनो से ली व आवश्यक निर्देश दिए। आयुक्त महेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि अभी तो तालाब 5 फिट खाली है व ओवर फ्लो की स्तिथि में नगर परिषद मुस्तेद है।

जिला जल बिरादरी के सचिव हरीश दवे ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जहाँ देश मे जल सरंक्षण व वर्षा जल भण्डारन के लिए कार्य होता है, वही देंवनगरी सिरोही ऐसी नगरी बन रही है जहां प्राकृतिक नाले, जल आवक मार्ग तालाब सब प्रभावित है और तालाबो के उजड़ने व औसत से ज्यादा बारिश के बावजूद नही भरने से आहत है। दूधिया तालाब भर भी जाएगा तो पानी सड़क पार तालाब की भूमि पर ही आएगा और किसी भी ख़तरे की स्तिथि में जिला प्रशासन एलर्ट है व आम जन को भी जिला प्रशासन को किसी भी अप्रिय आशंका की स्तिथि पर एकदम सही जानकारी देनी चाहिए।

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