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राज्य के शिक्षामंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा,को 8 बिन्दुओं पर प्रगतिशील संगठन द्वारा ज्ञापन सौपा।

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

राज्य के शिक्षामंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा, प्रमुख शासन सचिव स्कूली शिक्षा आर.वेंकटेश्वरन, निदेशक माध्यमिक नथमल डिडेल को शिक्षा संकुल के सभागार कक्ष में 25 अगस्त को राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के प्रदेशाध्यक्ष श्रीभगवान शर्मा एवं मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत के नेतृत्व में छात्रों के मानसिक तथा शारीरिक विकास में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका के संदर्भ में 8 बिन्दुओं पर संगठन स्तर पर ज्ञापन सौपा।

संघ प्रगतिशील के मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया हैं कि राज्य की वर्तमान जनप्रिय सरकार पिछले पॉच साल में प्राथमिक शिक्षा के घ्वस्त हो चुके ढॅाचे को पुनः उसे मुल रूप में लाने में वर्तमान सरकार सफल प्रयास करेगी जिससे लुम्बाराम जैसे बालक ,कृष्णा पूनिया जैसी बालिका भी छोटे मोटे ग्रामीण विधालयों में पढकर अन्तर्राष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय स्तर पर राज्य और देश का नाम रोशन कर सके। एक स्वस्थ बालक के मन में ही एक स्वस्थ दिमाग निवास करता हैं। वह पढने के साथ खेल के माध्यम से मनोरंजन और शारीरिक सुडोलता का लाभ प्राप्त कर सकता हैं। एक स्वस्थ और निरोगी बालक ही स्वस्थ और निरोगी समाज और राष्ट्र का निर्माण करता हैं।

राज्य के राजकीय विधालयों के समय विभाग चक्र में खेलकुद के कालांश ही नहीं रखें फिर कहॉ से देश की प्रतिभा खेलकुद में देश का नाम रोशन करेगी। यह निजी विधालयों में खेलकुद को बढावा देकर उस ओर अभिभावको को आकर्षित करने का षडयन्त्र ही हैं। शारीरिक शिक्षकों की पदोन्नति की कोई नियमित प्रक्रिया ही नहीं हैं। विधालयों में छात्र संख्या आधार पर शारीरिक शिक्षकों को लगाने की सोच पालकर प्रारम्भिक शिक्षा विधालयों से शारीरिक शिक्षकों के हजारों पदो को तत्कालीन सरकार ने समाप्त कर दिये।

ज्ञापन में राज्य के प्रत्येक विधालय में शारीरिक शिक्षक का पद सृजित करने, खेलकुद का बजट विधालय वार देने, बजट का लेखाजोखा आडिटिंग की नियमित व्यवस्था करने, समय विभाग चक्र में खेलकुद हेतु प्रत्येक शुक्रवार और शनिवार को मघ्यान्तर बाद चार कालांश खेलकुद के लिए देने, खेलकुद के राज्य स्तरीय प्रमाण पत्र के 05 प्रतिशत अंक सरकारी नोकरी में दिये जाने, जिले से राज्य पर चयन हेतु पारदर्शी चयन प्रक्रिया अपनाने, प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर खेल विधालय खोलकर राज्य और उच्च स्तरीय खेल में भाग लेने वाले छात्रों को प्रवेश देने, शारीरिक शिक्षकों को भी पदोन्नति के समय पर अवसर उपलब्ध करवाने, छात्र नामांकन के आधार पर शारीरिक शिक्षक के पद को आंवटित करने की योजना 250 से अधिक पर द्वितीय श्रेणी शा.शि., 750 से अधिक होने पर प्रथम श्रेणी शा.शि. का पद सृजित करवाने, छात्र संख्या को विलोपित कर उच्च प्राथमिक में तृतीय श्रेणी शा.शि., सैकण्डरी में द्वितीय श्रेणी शा.शि. एवं सीनियर हायर सैकण्डरी में 1 तृतीय श्रेणी एवं 1 प्रथम श्रेणी शा.शि. के पद को आवंटित करवाने, शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य बनाकर शारीरिक शिक्षक को 4 कालांश खेलकूद के एवं 4 कालांश शारीरिक शिक्षा के विषय आधारित के अलावा कोई भी अतिरिक्त कार्यभार नहीं देने का ज्ञापन दिया।

प्रतिनिधि मण्डल में श्रीभगवान षर्मा प्रदेषाध्यक्ष, जय किषन पंचारिया वरिश्ठ उपाध्यक्ष, धर्मेन्द्र गहलोत मुख्य महामंत्री, डॉ.हनवन्तसिंह मेडतिया महामंत्री, रामबाबू सिंह महामंत्री-मुख्यालय, षोभा चतुर्वेदी महिला मंत्री, रामनारायण षास्त्री प्रदेष उपाध्यक्ष, षीतलकुमार चौबे सभाध्यक्ष, मनोहरलाल सैनी आदि उपस्थित हुए।

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