व्यापार-बाजार

713 अंक टूटा सेंसेक्स, आखिर शेयर बाजार में क्यों मची खलबली

मंगलवार को 5 राज्‍यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम आने वाले हैं लेकिन इससे पहले सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा. सोमवार को सेंसेक्‍स 713.53 अंक यानी 2 फीसदी टूटकर 34,959.72 के स्‍तर पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 205.25 अंक यानी 1.92 फीसदी टूटकर क्रमशः 10,488.45 के स्‍तर पर रहा.

कारोबार के दौरान स्‍टॉक एक्‍सचेंज में कोल इंडिया और मारुति के शेयर में तेजी रही. वहीं बैंकिंग सेक्‍टर के शेयर्स में गिरावट का दौर जारी रहा. जिन शेयर में गिरावट दर्ज की गई उनमें मुख्‍य रूप से यस बैंक, इंडसइ़ंड बैंक, हीरो मोटो कॉर्प, एसबीआईएन, एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, एनटीपीसी, टाटा स्‍टील एचयूएल और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं.

क्यों आई गिरावट?

एक्जिट पोल के रुझानों और रुपये की कमजोरी के चलते बाजार में बिकवाली शुरुआत से ही हावी रही. एग्जिट पोल में कहा गया है कि राजस्थान में बीजेपी के हाथ से सत्ता छिन सकती है. वहीं, मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में उसकी कांग्रेस के साथ कांटे की टक्कर है.  यानी केंद्र की बीजेपी सरकार के लिए ये रुझान खतरे की घंटी हैं.

तेल उत्पादन में कटौती का ऐलान 

कच्चा तेल निर्यात करने वाले 14 बड़े देशों के समूह ओपेक और 10 अन्य तेल उत्पादक देशों ने कच्चे तेल की गिरती कीमतों को थामने के मकसद से तेल उत्पादन में 1.2 मिलियन बैरल प्रतिदिन की कटौती का फैसला लिया है। 6 दिसंबर की महाबैठक में आए इस फैसले को मोदी सरकार को 2019 के लोकसभा चुनाव में झटके के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में सरकार के सामने इस संकट से उबरने की चुनौती होगी। दरअसल, भारत दुनिया का तीसरा बड़ा तेल आयातक देश है, जो कि अपनी जरूरत का 80% तेल आयात करता है। 

हुवावे सीएफओ की गिरफ्तारी 

चीनी स्मार्ट फोन कंपनी हुवावे के संस्थापक की बेटी और कंपीन की सीएफओ मेन वांगझू की कनाडा में गिरफ्तारी और अमेरिका के उसके प्रत्यर्पण के प्रयासों से चीन के साथ उसका जारी ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। चीन लगातार वांगझू को निर्दोष बताकर उसकी रिहाई की मांग कर रहा है। उसने रविवार को अमेरिका के राजदूत को तलब किया और मांग की कि अमेरिका अपने प्रत्यर्पण अनुरोध को वापस ले। गौरतलब है कि अमेरिका अपने निर्यात नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए उसके प्रत्यर्पण की कोशिशों में जुटा है। 

अमेरिका का कमजोर जॉब डेटा 

चीन के साथ ट्रेड टेंशन बढ़ने और शुक्रवार को कमजोर जॉब रिपोर्ट के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट आई थी। शुक्रवार को अमेरिका में नवंबर महीने का जॉब डेटा जारी हुआ जो अनुमानों से कमजोर रहा है। वहां पिछले महीने में खेती से इतर पेरोल पर 1 लाख 55 हजार नई नौकरियां पैदा हुईं जो 2 लाख के अनुमानित आंकड़े से कम है। इसके अलावा, इस दौरान मजदूरी की वृद्धि भी अुनमान से कम रही। हालांकि, सालाना आधार पर मजदूरी में वृद्धि करीब एक दशक के सर्वोच्च स्तर पर रहा है। बहरहाल, कमजोर जॉब डेटा के कारण अमेरिकी शेयर मार्केट में गिरावट देखी गई जिसका असर अन्य बाजारों पर भी पड़ा। सोमवार को यूरो और येन के मुकाबले डॉलर आधा प्रतिशत टूट गया। 

कृषि क्षेत्र का संकट 

अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी नोमुरा का कहना है कि अगर मंगलवार को आने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के परिणामों में बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहता है तो इसका मतलब यह होगा कि कृषि क्षेत्र गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है। उसने कहा कि इन तीन राज्यों में ज्यादातर आबादी कृषि क्षेत्र पर ही आश्रित है। नोमुरा ने यह भी कहा कि बीजेपी की हार से विपक्षी दलों के बीच लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की कोशिशें तेज हो सकती हैं। वहीं, फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स ने दिसंबर महीने के पांच सेशन में अब तक 1,000 करोड़ रुपये बाजार से निकाले हैं।

ऐसी रहा पिछला कारोबारी सप्‍ताह

इससे पहले बीते सप्‍ताह शुक्रवार को फाइनेंशियल और बैंक शेयरों में खरीददारी बढ़ने से सेंसेक्स 361 अंक मजबूत होकर 35673 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी भी 92 अंकों की तेजी के साथ 10693 अंकों पर बंद हुआ. वहीं गुरुवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. सेंसेक्स 572 अंक टूटकर 35312 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 181 अंक लुढ़क कर 10601 के स्‍तर पर आ गया.

बुधवार को भी सेंसेक्स करीब 250 अंक टूटकर 35,884 पर बंद हुआ था जबकि निफ्टी 85 अंक लुढ़ककर 10,784 पर रहा. भारतीय शेयर बाजार के लिए मंगलवार का दिन भी ठीक नहीं रहा था और सेंसेक्‍स 107 अंक गिरकर 36,134 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी भी लुढ़ककर 10869 पर आ गया. वहीं सोमवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में तेजी का सिलसिला जारी रहा. सोमवार को सेंसेक्स 47 अंक की मामूली बढ़त के साथ 36,241 अंक पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 7 अंक की बढ़त के साथ 10,883.75 अंक पर बंद हुआ था.

रुपया 54 पैसे टूटा

डॉलर के मुकाबले रुपये की शुरुआत भी भारी गिरावट के साथ हुई . रुपया 54 पैसे टूटकर 71.34 के स्तर पर खुला. वहीं पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 10 पैसे की बढ़त के साथ 70.80 के स्तर पर बंद हुआ था.

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