निर्वहन कर समाज के निर्माण में अपना योगदान दे। डाॅ. अनुपमा
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
संयोजक हरीश दवे
एनएसएस के तत्वावधान में प्रभात फेरी शहर के मुख्य मार्गो से गुजरी
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वर्ण जयंती वर्ष 2019 एवं महात्मा गांधी की 150 वी जयंती के अवसर पर आयुक्तालय काॅलेज शिक्षा के आदेशानुसार राजकीय महाविद्यालय सिरोही में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में प्रभात फेरी का आयोजन प्रातः 8ः00 बजे किया गया, फेरी को प्राचार्य डाॅ. के. क.े शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, फेरी में गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो, रघुपति राघव एवं एन.एस.एस. सदभावना गीत, गायन व देश भक्ति स्वच्छता व सामाजिक समरस्ता के नारे लगाते हुए शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए पुनः मुख्य परिसर पहुंचे।
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के उपलक्ष में संगोष्ठी आयोजित की गई। महाविद्यालय प्राचार्य डाॅ. के. के. शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का मूल उद्देश्य ही निःस्वार्थ भावना से जुड़ा हुआ है। स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि वे इन गतिविधियों से जुड़ कर कर्म करते हुए अपने श्रेष्ठ दायित्व का निर्वहन कर समाज के निर्माण में अपना योगदान दे। संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रही डाॅ. अनुपमा साहा ने अपने उद्धबोधन में स्वयंसेवकों को कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का ध्येय ही सेवा भाव का है, विद्यार्थी परिवार के स्तर से समाज से जुड़ते हुए समस्या का समाधान कर राष्ट्र निर्माण कर सकते है।
दृष्ट्रान्त के माध्यम से कहा कि हर एक व्यक्ति यदि मन में अच्छा करने की, समाज को सुधारने की चाह रखता है तो वह स्वयं पहल करके समाज को नेतृत्व प्रदान कर सकता है। इस अवसर पर श्री अतुल भाटिया ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थियों को यह सीख देता है कि वे स्वयं के स्थान पर दूसरे को महत्व देकर परोपकार का भाव प्रदर्शित कर समाज को नयी दिशा दे सकते है। जिला समन्वयक व एन.एस.एस. प्रभारी डाॅ. रीना श्रीवास्तव ने स्वयंसेवकों से यह आह्वान किया कि सेवा का कार्य छोटा अथवा बड़ा नहीं होता मन से किया गया कार्य लगन एवं परिश्रम से जुड़ कर किया गया कार्य विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास करता है। स्वयंसेवकों से उन्होंने सभी सत्र् पर्यन्त होने वाली सामाजिक, राष्ट्रीय गतिविधियों से जुड़ कर जीवन निर्माण की बात कही। कार्यक्रम अधिकारी श्री खेमराज चैधरी ने कहा कि स्वयंसेवक अपनी सेवा से पहले परहित की बात सोचता है तभी वह बड़े कार्य को पूरा कर पाता है। कार्यक्रम अधिकारी श्री ओमदत्त परेवा ने विद्यार्थियों को उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यह दिवस स्वयंसेवकों के लिये महत्वपूर्ण है कि हम अपने जीवन में अपने आदर्शों को याद कर अच्छे कार्यों सम्पूर्ण करे ताकि हमारा जीवन सामाजिक कार्यों में सलग्न हो पाये।
कार्यक्रम अधिकारी श्री सुनील कुमार मीणा ने स्वयंसेवकों से यह आग्रह किया कि विद्यार्थी तन-मन से जुड़कर परिवार, समाज की निःस्वार्थ सेवा करे और अपने जीवन में समाज की सेवा प्रमुख रखे तभी वह सही अर्थों में स्वयंसेवक कहा जायेगा। इस संगोष्ठी में लक्ष्मण कुमार, पुखराज माली, डाॅली ओझा, आंकाशा ओझा, शिवानी चैहान, बलवन्त देवासी, अंजली माली ने अपने-अपने विचार व अनुभवों को व्यक्त किया। इसके पश्चात् देशभक्ति गीतों का आयोजन किया गया जिसमंे खुशबु माली, लक्ष्मण कुमार, विरमा राम ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय आंदोलन पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विजेता प्रतिभागियों को आकर्षक उपहार दिये गये।