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साफ-सुथरी हुई झालरावाव बावड़ी परंतु जल अब भी दूषित

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

श्री साईनाथ सेवा संस्थान द्वारा लगातार तीसरे चरण में शहर के बीचोंबीच स्थित झालरावाव बावड़ी में श्रमदान हुआ। संस्था द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ जल स्वस्थ हम अभियान के तहत पहले दो चरणों में बावड़ी पर लगी जाली एवं सीढ़ियों पर काफी लंबे अरसे से जमी धूल, मिट्टी साथ ही पानी में से पॉलीथिन में भरा कचरा, कूड़ा, करकट निकाला गया था।

तीसरे चरण के श्रमदान में 22 से 25 श्रमविरों द्वारा लगातार 3 घंटे कार्य कर बावड़ी को पूरी तरह चमकाया गया। झालरावाव बावड़ी पूरी तरह से उपेक्षा का शिकार है, जिस वजह इसके जल में पनप रहे मच्छर भविष्य में जानलेवा बीमारी फैला भयावह स्थिति उत्पन्न कर सकते हैं। बावड़ी के जल को काफी लंबे अरसे से उपयोग में नहीं लिया गया है तथा आस-पड़ोस का कूड़ा, करकट, बचा- खुचा शाकाहारी एवं मांसाहारी भोज्य पदार्थ जल की भेंट चढ़ रहा है। बावड़ी में काफी संख्या में छोटी- बड़ी मछलियां है।

उन्हें जीवनदान मिले एवं स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जलदाय विभाग को सूचना भेजी गई एवं वहां से श्री आर.पी. मालव साहब मौका निरीक्षण पहुंचे। मालव साहब ने बताया कि पानी बुरी तरह दूषित हो चुका है एवं मछलियों की जान को खतरा है। मच्छर आदि न पनप सके साथ ही मछलियों को भी नुकसान ना पहुंचे इस हेतु सीमित मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव जल्द ही किया जाएगा। इस बावड़ी के जल का उपयोग कर इसे खाली करना नितांत आवश्यक है परंतु जलदाय विभाग इस पानी को उपयोग में नहीं ले सकता एवं ब्लीचिंग से पूरी तरह शुद्ध करना संभव नहीं। नगर परिषद द्वारा पानी में पंप उतार इस पानी को बाहर निकाल साफ सफाई, स्वच्छता, फायर ब्रिगेड, उद्यान इत्यादि काम में लिया जा सकता है। विश्वस्त सूत्रों से पता लगा कि नगर पालिका शिवगंज द्वारा प्रत्येक मोहल्ले में सिंगल फेज पंप लगाकर एवं पीवीसी टैंक द्वारा पेयजल की व्यवस्था शहर के लगभग 25 स्थलों पर की जा रही है। हमारे शहर में 17 बावरिया है ऐसी व्यवस्था होवे तो जहा देखरेख से इन मृत प्राय बावरियों को नव जीवन मिलेगा साथ ही शहर वासियों को साफ एवं स्वच्छ जल उपलब्ध होगा। श्रमदान के इस पुनीत कार्य में संस्था अध्यक्ष विजय त्रिवेदी, प्रकाश माली, मुस्ताक अहमद, उत्तम सगरवंशी, गुणवंत सगरवंशी, युवराज सिंह, मो. अजहरुद्दीन, डॉ. मोबिन मिर्जा, राहुल सोनी, मनीष लखानी, रतन सिंह, मनीष सगरवंशी, मो.अयूब, नरपत डाबी, मनीष माली, कमल कुंडी आदि ने पसीना बहाया। विजय त्रिवेदी ने बताया कि दूषित जल से मलेरिया, डेंगू आदि फैलने का खतरा है। अस्वच्छ जल से बीमारी की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। शहरवासियों के स्वास्थ्य हित को देखते हुए झालरावाव बावरी के जल को स्वच्छ करना अति आवश्यक है।

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