केंसर पीडित शिक्षक व उसकी पत्नी की मांगो को लेकर किया धरना प्रदर्शन
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
संयोजक हरीश दवे
राजस्थान प्रगतिशील शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय के बाहर दिया धरना
आदेश की पालना में केन्सर पीडित शिक्षक व उसकी पत्नी को कार्यग्रहण नहीं करवाने को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय सिरोही के बाहर राजस्थान प्रगतिशील शिक्षक संघ ने विशाल धरना प्रदर्शन किया।
मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत एवं प्रदेश महामंत्री डाॅंे हनवंत सिंह मेडतिया ने धरने का संयुक्त नेतृत्व किया। पीडित शिक्षक सत्यनारायण बैरवा और उसकी शिक्षक पत्नी सविता बैरवा के मुल पदस्थापन पर न्यायालय स्थगन आदेश के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक श्रीमती गंगा कलावंत की शासकीय हठधर्मिता के विरोध में शिक्षकों ने खुलकर विरोध प्रदर्शन कर नारे बाजी की। धरने को सम्बोधित कर रहे मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि अधिकारी एक केन्सर जैसे असाध्य रोग से पीडित शिक्षक और उसकी पत्नी के मामले में न तो राज्य सरकार के निर्देश की पालना कर रही है और ना ही न्यायालय के स्थगन आदेश पर मुल पदस्थापन पर कार्यग्रहण करवाने को राजी हैं।
उन्होंने न्यायालय आदेश मामले मे उसकी अपभ्रंश व्याख्या को अधिकारी की असमझता और शासकीय विफलता करार दिया। पीडित शिक्षक और उसकी पत्नी आज करीब साल भर से सरकार के 6डी के जाल में फॅसें हुये विभाग और कोर्ट के बीच चक्कर लगाने को मजबुर हैं। एैसी शासकीय हठधर्मिता को पालने के आरोपी डीईओ माध्यमिक, पीईईओ मुंगथला तथा पीईईओ खडात के विरूद्ध ठोस दण्ड की कार्यवाही कर इनको जिला बदर करने के मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत के प्रस्ताव का सभी शिक्षको ने करतल घ्वनि से समर्थन किया। संगठन के प्रदेश महामंत्री डाॅं हनवंत सिंह मेडतिया ने सम्बोधन में कहा कि केवल पद लेने से कोई बडा नहीं बन जाता। बडा बनने के लिये बडप्पन भी होना चाहिये नहीं तो उन्हें नौकरी में फेल माना जाता हैं। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी पीडित की पुकार नहीं सुन सकता उसकों पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह जाता। जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश खण्डेलवाल ने सम्बोधन में कहा कि आहत को राहत और दोषी का दण्ड नहीं मिलने तक यह संघर्ष जारी रहेगा । जिलामंत्री इनामुल हक कुरैशी ने जिले में हर छोटे बडे मामलो में शिक्षक कोर्ट जाने को मजबुर हो रहे हैं जिससे आम विभागों में भी जिला शिक्षा प्रशासन की छवि धुमिल हो रही हैं। धरने के बाद जिला कलक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी के मार्फत राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षामंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, मुख्य सचिव डी.बी.गुप्ता के नाम ज्ञापन देकर कार्यवाही की माॅंग की। जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह सोलंकी ने धरने पर उपस्थित सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
धरने में सिरोही तहसील अध्यक्ष देवेश खत्री, पिण्डवाडा अध्यक्ष मनोहरसिंह, आबूरोड अध्यक्ष सत्येन्द्रसिंह राठौड, शिवगंज अध्यक्ष छगन भाटी, राकेश गुप्ता, भवरसिंह दहिया, अमित कूमार, जोगाराम, हंसाराम गहलोत, भीखाराम कोली, रमेश परमार, भगवतसिंह देवडा, जितेन्द्र परिहार, महेन्द्रपाल परमार, प्रवीणजानी, रमेश कुमार रांगी, महिपालसिंह, ओमप्रकाश, हरिराम कलावंत, बंशीलाल, दलपतसिंह, रूपाराम मीणा, अशोक आढा, रमेशलाल दहिया, भंवरसिंह दिया, दुर्गेश गर्ग एवं पीडित शिक्षक सत्यनारायण बैरवा एवं उनकी पत्नि सविता बैरवा उपस्थित थे।