भाजपाईयों ने नारेबाजी करके उच्च शिक्षा राज्य एवं प्रभारी मंत्री किया घेराव
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
संयोजक हरीश दवे
शिवगंज तहसील के धाकड़ खेड़ी गांव में नवाराम गमेती की पत्नी लीला देवी प्रसव पीड़ा से ग्रस्त होने से शिवगंज राजकीय सामुदायिक चिकित्सा केंद्र में सुरक्षित प्रसव के लिए लेकर आए परंतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अनुसूचित जनजाति की गरीब प्रसव पीड़िता को सही उपचार नहीं मिला।
कराहती व प्रसव दर्द से पीड़ित महिला को मानवीय दृष्टिकोण से विपरीत खून की कमी बताकर प्रसव करने से इंकार करने पर सिरोही राजकीय एंबुलेंस में रेफर कर दिया। जिसको लेकर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी व भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमन्त पुरोहित के नेतृत्व में जिला महामंत्री दिनेश बिन्दल, अरूण परसरामपुरिया, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रक्षा भण्ड़ारी, मण्ड़ल अध्यक्ष महिपालसिंह चारण सिरोही, प्रकाश भाटी शिवगंज, इमरान खांन, रमजान खांन, जब्बरसिंह चैहान, समेत दर्जनों भाजपाईयों ने नारेबाजी करके उच्च शिक्षा राज्य एवं प्रभारी मंत्री के जिला अधिकारियों की बैठक में आत्माभवन पहुॅचने पर नारेबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर पुलिस का तगड़ा जाब्ता मौजूद था तथा सी.आई. बुद्धाराम विश्नोई ने नारेबाजी करते भाजपाईयों को संयत रहने को कहां तथा प्रभारीमंत्री भी शालिनता से ज्ञापन लेने भाजपाईयों के पास पहुॅचे और कहां कि अतिरिक्त जिला कलेक्टर को इस प्रकरण की जांच सौंपी हैं और जांच रिपोर्ट आने पर कार्यवाही की जायेगी।
पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी ने अविलम्ब पीएमओ व दोषी चिकित्सको को हटाने की मांग रखी।
ज्ञापन देते हुूए भाजपाईयो ने कहां कि पीड़िता जो अनुसूचित जनजाति की होने व पति अशिक्षित होने से सिरोही स्थित राजकीय चिकित्सालय में भी बदहाली व लापरवाही के कारण समय पर लीलादेवी को उपचार नहीं मिला वहीं शिवगंज सफर करते समय पर इसमें खून की कमी को नजरअंदाज करते हुए जिला मुख्यालय पर ब्लड बैंक की सुविधा होने के बाद भी पीड़िता को राहत नहीं मिली
महिला प्रसव दर्द से करा दे रही लेकिन चिकित्सा कर्मियों के जू तक नहीं रेंगी वह अपनी मस्ती में रहे घोर लापरवाही के चलते महिला का प्रसव नहीं करवा कर पुनः चिकित्सालय से डिस्चार्ज कर दिया ऐसा अमानवीय व्यवहार सरकार की संवेदना गरीबों के प्रति सरकार की नीतियों को उजागर करता है
प्रसव पीड़िता को उपचार नहीं मिलने से पीड़ित महिला ने 24 घंटे बाद शिशु को जन्म दिया जो सरकार से सुरक्षित प्रसव के नारे की धज्जियां उड़ाता है।
प्रभारी मंत्री ने ज्ञापन देने वालो को वाजिब कार्यवाही का आश्वासन दिया। इससे पूर्व प्रभारी मंत्री जिला कलेक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक के साथ राजकीय जनाना चिकित्सालय पहुॅचे और उपचाररत् प्रसव से पूर्व रक्त न मिलने से पुत्र को गंवा चुकी पीड़ित महिला से प्रभारी मंत्री मिले व उसके परिजन के साथ चिकित्सक निहालसिंह, डाॅ. उषा चैहान तथा डाॅ. सुनिता थरेजा से बातचीत की। डाॅ. निहालसिंह ने बताया कि उन्होने उसके परिजनों से बातचीत की थी कि पहले इसको खून चढ़ा देते हैं और फिर इसे एम्बुलेन्स से उदयपुर भेजेगें और बगैर खून चढ़ाये वो गर्भवती महिला को लेकर चले गये। प्रभारी मंत्री ने परिजन से भी पुछा तो उन्होने चिकित्सकों से कहां कि मजदूर आदिवासी अशिक्षा के कारण समझ नहीं पाते है आप अच्छा ईलाज करते हैं पर इन्हें मोटीवेट करना चाहिए ताकि ये लोग अपनी अज्ञानता से ईलाज लेने में वंचित न हो।