सेन्ट पॉल स्कूल वार्षिकोत्सव में एक से एक बढ़कर दी प्रस्तुती
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
हरीश दवे
सिरोही के सेन्ट पॉल स्कूल का वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि सिरोही-शिवगंज के विधायक संयम लोढ़ा, कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा, विशिष्ठ अतिथि नगर परिषद् के महेन्द्र मेवाड़ा के सानिध्य में आयोजित हुई।अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
सेन्ट पॉल विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर रोबिन व एमसीबीएस संस्था के सुपिरियर फादर श्री ने अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संयम लोढ़ा ने उपस्थित जनसमुह को सम्बोधित करते हुए कहां कि अभिभावक एवं छात्रो में संवाद की प्रक्रिया अपनाने से छात्र अपने विचार प्रस्तुत करने में स्वतंत्र रहे। उन्होने विभिन्न प्रकार के उदाहरण प्रस्तुत किया। साथ ही उन्होने कहां कि मेरी ख्वाहिश है कि ’’फरिश्ता हो जाऊ बस मां से इस तरह लिपट जाऊ की बच्चा हो जाऊ’’ भारतीय समाज में जो परिवर्तन वर्तमान में देखने को मिल रहा हैं वो आगे भी विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता के स्पर्द्धाओ में आगे बढ़ने का अवसर होगा।
उसी बीच उन्होने किशोर कुमार द्वारा प्रस्तुत किये गये गीतो को भी उल्लेख किया। साथ ही मछुआरा परिवार से जन्म लिये डॉ. अब्दुल कलाम आजाद का उल्लेख करते हुए कहां कि वो देश के वैज्ञानिक के साथ साथ देश का राष्ट्रपति भी बने यह हमारे लिए गौरव का विषय है। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओ ने भारतीय संस्कृति पर आधारित वेशभूषा धारण कर एक से एक नृत्य प्रस्तुत कर शमा बांधा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने ताली बजाकर छात्र-छात्राओ को हौसला अफजायी किया।
कार्यक्रम में भारत में मनाये जाने वाले सैकड़ो त्यौहारो में से कुछ महत्त्वपूर्ण त्यौहारो की झलक प्रस्तुत की। कार्यक्रम में आनन्द उत्सव में साल में 12 महिनो में बनाये जाने वाले विभिन्न धर्मो के द्वारा मनाये जाने वाले त्यौहारो का सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से प्रस्तुती दी।
जनवरी में मनाने वाले त्यौहारो में उत्तरायण, बिहू, पॉंगल, लोहडी, फरवरी में महाशिवरात्रि, बसंत पंचमी और गया कार्निवल, मार्च में होली, गणगौर, अप्रेल में महावीर जयंती, गुडी पडवा, विशु, ईस्टर की प्रस्तुती दी गई। मई माह में बुद्ध पूर्णिमा, ईद उल फितर, जुन और जुलाई माह में तेलंगाना का बोनालू, लद्दाख का हेमिज और ओडिशा का जगन्नाथ रथ यात्रा, अगस्त माह में राखी, जन्माष्टमी, पारसी नव वर्ष नवरोज, सितम्बर माह में गणेश चतुर्थी, केरल का ओणम, अक्टूबर माह में नवरात्रि, दशहरा, नवम्बर में दीपावली, छठ पुजा, गुरूनानक जयंती, दिसम्बर में क्रिसमस और नागालैंड का हार्नबिल त्यौहार की प्रस्तुती देकर शमा बांधा। ओणम का उत्सव राज महाबली के प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता हैं
जो 10 दिन तक केरल में इस त्यौहार को मनाया जाता है। विशु त्यौहार 9 वर्ष के आगमन को दर्शाते हुए विभिन्न प्रकार के नृत्य प्रस्तुत किया जाता है जिसमें भरत नाट्यम एवं कथक, पॉंगल, जनवरी में तमिलनाडु प्रदेश में फसलो की कटाई का उत्सव में किसान द्वारा एवं वहां के श्रद्धालुओं द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया जाता है और घरो में आपसी भाईचारे का संदेश देते हुए एक दूसरे को उपहार भी देने की प्रक्रिया है। गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र में लोक उत्सव के रूप में सभी श्रद्धालुओं द्वारा धुमधाम से मनाया जाता है। दीपावली शरद ऋतु में हर वर्ष की भांति प्राचीन हिन्दू त्यौहार के रूप में मनाया जाने वाला त्यौहार की प्रस्तुतीयां विभिन्न वेशभुषाओ में विद्यालय के छात्राओं ने प्रस्तुत की साथ की साथ ही छात्राओं द्वारा आतिशबाजी प्रस्तुती की गई।
उसी बिच हॉली रंगो के त्यौहार के रूप में छात्रो ने प्रस्तुती देकर शमा बांधा। नवरात्रि का त्यौहार भी नौ रातो में होने वाली विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमो एवं गरबा की प्रस्तुती में श्रद्धालुओं को भी नाचने पर मजबूर किया। उसी दौरान ईद उल फितर जो मुस्लिम समुदाय द्वारा रमजान के पवित्र महिने के बाद मनाये जाने वाला त्यौहारो को भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुती दी।
इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों में मनाये जाने वाले त्यौहारो की प्रस्तुती देकर कार्यक्रम की शमा बांधी। इस अवसर पर जालोर विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर जोजो, आबूरोड़ के प्रधानाचार्य फादर जोली, शिवगंज के फादर सानु, भीनमाल के फादर विनु, फालना के फादर जेकब, फादर टॉनी, फादर जोनी, फादर टीनू, फादर जिप्सीन व पूर्व नगर परिषद् के उपसभापति प्रकाश प्रजापति व गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने किया।