वन विभाग सिरोही ने विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार व राजस्थान सरकार के पर्यावरण विभाग के निर्देशानुसार विश्व आर्द्रभूमि दिवस राजकीय विशिष्ट उच्च प्राथमिक विद्यालय (बाल मंदिर) सिरोही में मनाया गया। क्षेत्रीय वन अधिकारी चुन्नीलाल पुरोहित के अनुसार कार्यक्रम में गाइडर श्रीमती इन्द्रा खत्री, शिक्षाविद् राव गोपालसिंह पोसालिया का आथित्य रहा।
क्षेत्रीय वन अधिकारी चुन्नीलाल पुरोहित व राव ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मुख्य वार्ताकार गोपालसिंह ने आर्द्रभूमि के अर्थ, भारत में आर्द्र भूमियां, आर्द्रभूमि के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। राव ने आर्द्र भूमि को बायोलोजिक सुपर मार्केट बताया व इसके लाभों की जानकारी दी। आर्द्र भूमि किडनीज ओफ द लैंडस्केप यानी ष्भू-दृश्य के गुर्देष् हैं। शरीर में गुर्दे का महत्व हैं उतना ही वेटलैंड तंत्र में आर्द्र भूमि का हैं।
कार्यक्रम को गाइडर श्रीमती इन्द्रा खत्री, वनरक्षक मोनिका माली, छात्रा चंदा कुमारी, नन्दिनी मीणा, दिव्या कुमारी ने संबोधित किया। निबंध व भाषण प्रतियोगिता में अव्वल रही चंदा कुमारी, द्वितीय नन्दिनी मीणा व तृतीय दिव्या कुमारी को क्षेत्रीय वन अधिकारी चुन्नीलाल पुरोहित, गजेन्द्रसिंह नवपाल वाडा खेडा, भूराराम वनपाल चैटिला ने स्मृति चिन्ह भेंट कर बहुमान किया। कार्यक्रम में वन विभाग सिरोही के महेन्द्रसिंह परिहार, वीराराम सहायक वनपाल सिरोही, पन्नालाल वनपाल पालडी जोड़, श्रीमती प्रमिला सहायक वनपाल, कैलाश कुमारी, जगदीश कुमार सहित समस्त वनपाल, सहायक वनपाल, वनरक्षक, गाइड व एनएसएस की बालिकाओं ने सहभागिता की। क्षेत्रीय वन अधिकारी चुन्नीलाल पुरोहित ने सभी का आभार जताया। मंच संचालन गोपालसिंह राव ने किया।
नेहरू युवा केंद्र के कार्यक्रम उनके लक्ष्य प्राप्ति में मददगार साबित होने के साथ उनको आगे बढ़ने के लिए बड़ा मंच प्रदान करते हैं