खास खबर

नितोड़ा गांव में विधायक संयम लोढ़ा ने की जन सुनवाई

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही पुलिस थाना सरूपगंज के नितोड़ा में हुई घटना को लेकर पुलिस द्वारा दर्ज करवाये गये मुकदमें में नागरिको के खिलाफ पुलिस द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई न करने के मामले को लेकर सिरोही के विधायक संयम लोढ़ा ने गणेश चैक में सैकड़ो लोगो की उपस्थिति में जन सुनवाई की और लोगो को निष्पक्ष जाँच का भरोसा दिलाया।

लोगो ने कहां कि पुलिस कर्मियों के दुव्र्यवहार करने से माहौल गर्माया और असामाजिक तत्वो ने पत्थरबाजी कर दी। लेकिन पुलिस ने निर्दोष लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जिनकी कोर्ट से जमानत करवाई गई है।

नागरिकों ने लोढ़ा को बताया कि आपाधापी में पुलिस ने मतदान केन्द्र के आस पास में रहने वाले नागरिको को बिना किसी दोष के गिरफ्तार कर लिया यहां तक की 50 मीटर की दूरी पर रहने वाले लोहार परिवार के दो लोगो को गिरफ्तार कर लिया। जिन्होने घटना के 10 मिनट पहले ही पुलिस को अपने घर चाय नाश्ता करवाया था इतना ही नहीं पुलिस ने घर में घुसकर एक महिला से मारपीट की जिसकी चोटो के निशान मय फोटो दिखाये गये।

नानरवाड़ा के चैधरी परिवार का एक छात्र जो अपनी माँ को वापस ले जाने के लिए खडा था उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। ये भी बताया गया कि पुलिस ताले तोड़कर और दरवाजे तोड़कर घरो में घुसी और अपनी बर्बरता दिखाई। चुनाव आयोग ने मतगणना केन्द्र के 200 मीटर परिधि के क्षेत्र में किसी के भी आवाजाही पर रोक लगा रखी है।

लेकिन नितोड़ा में पुलिस की गम्भीर लापरवाही, उदासीनता के कारण भीड़ एकत्रित हुई और पुलिस ने अपनी विफलता छुपाने के लिए बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की। पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले न तो विडियों फिल्म को देखा और आनन फानन मंे बिना किसी ठोस सबूत के नागरिको को गिरफ्तार कर जेल में ढूंस दिया।
जन सुनवाई में बोले करीब आधा दर्जन से अधिक नागरिको ने लोढ़ा से मांग की कि गलत गिरफ्तार किये गये नागरिको के नाम मुकदमें से निकाले जाये और भविष्य में किसी नागरिक को परेशान नहीं किया जाये। गांव नानरवाड़ा एवम् नितोड़ा के नागरिको की ओर से लोढ़ा को एक लिखित ज्ञापन भी दिया गया।

विधायक संयम लोढ़ा ने नागरिको से कहां कि हम तो आपके नौकर है आपको कष्ट होगा तो हमें सुनने आना ही पड़ेगा। उन्होने कहां कि हमें कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए पुलिस को हमारी हिफाजत के लिए और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए तनख्वाह दी जाती है। पुलिस हमारी सेवा के लिए हैं और उन्हे पत्थर मारने जैसी घटना नहीं होनी चाहिए।

लोढ़ा ने कहां कि ये भी सही है कि अक्सर ऐसी घटनाऐं सामने आती हैं कि पुलिस गलत व्यवहार करती है उन्होने कहां कि नितोड़ा की घटना के संबंध में उन्होने पहले भी पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा से बात की थी। अब भी आपने जो नये तथ्य बताये है इसके बारे में पुलिस अधिक्षक से चर्चा करेंगे उन्होने कहां कि सार्वजनिक जीवन के कार्यकर्ता होने के कारण अक्सर पुलिस उत्पीड़न की घटनाएंे उनकी जानकारी में आती रहती है। उन्होने कहां कि उन्हें स्वयं को भी पुलिस ने मात्र 19 वर्ष की उम्र में जिला कलेक्टर की गाड़ी तोडने के झूठे मुकदमें में फंसा दिया था इतना ही नही किसी भी तरह की कार्रवाई न करने के तत्कालिन पुलिस अधीक्षक के आश्वासन के बाद भी झूठा चालान किया। 13 वर्ष तक ट्रायल चला और उसके बाद आरोप मुक्त हुए।

लोढ़ा ने कहां कि इतना ही नहीं 2018 में हुए लाडु देवासी लुट एवं हत्याकाण्ड़ में जिस लिकमाराम देवासी को पुलिस ने 2018 में झूठी कहानी बनाकर गिरफ्तार किया उन्होने तब भी ये कहां था कि पुलिस झूठा फंसा रही है। विधायक बनने के बाद सिरोही पुलिस थाने के रंगधाम प्रकरण और बरलुट थाने के लाडुदेवी देवासी हत्याकाण्ड़ के बारे में उन्होने मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत को अवगत कराया तब ये जांच स्पेशियल आॅपरेशन ग्रुप को दी गई।

अब ये साबित हो चुका है कि लाडुदेवी देवासी की हत्या लुटेरो की एक गैंग ने की है। तब भी पुलिस ने दण्ड़ प्रक्रिया संहिता की धारा 169 के तहत् न्यायालय में अर्जी लगाकर लिकमाराम देवासी की रिहाई नहीं करवाई हैं ये दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होने लोगो को आश्वस्त किया कि वे पुलिस अधिक्षक से मिलकर मामले की निष्पक्ष जाँच करवायेंगें। यदि सिरोही पुलिस ने निष्पक्ष जाँच नहीं की तो अन्य जिले की पुलिस से जाँच करवाई जायेगी।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस सदस्य हरिश चैधरी, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष प्रेमाराम देवासी, पूर्व अध्यक्ष राकेश रावल, संदीप जेशवाल, जिला महामंत्री अब्दुल हमीद कुरैशी, नितोड़ा के उप सरपंच राजेन्द्र रावल, भावरी के पूर्व सरपंच संजय परमार, पार्षद संजय गर्ग, अजरूद्दीन, तुलसीराम माली, जयराम पुरोहित, बाबूलाल पुरोहित आदि ने विचार प्रकट किये।

Categories