प्रशासन बीएलओ पर मानसिक प्रताड़ना बन्द करे - गहलोत
कोरोनावायरसBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
शिवगंज- राजस्थान शिक्षक संघ(प्रगतिशील) के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद को भेजे ज्ञापन में विभिन्न अधिकारियों द्वारा बीएलओ शिक्षकों पर की जा रही मानसिक प्रताड़ना पर कड़ा एतराज जताते हुए उनसे अन्य कर्मचारियों की तरह सिर्फ एक प्रकार की ड्यूटी करवाई जाये ।
गहलोत ने बताया कि कोविड -19 में जिन शिक्षकों की निरन्तर ड्यूटी लगाई जा रही हैं उनमें वो शिक्षक भी है जो बीएलओ के रूप में भी प्रतिनियुक्त है और यह जानकारी तहसीलदार ,विकास अधिकारी ,उपखण्ड अधिकारी एवम जिला प्रशासन को भी है ,फिर भी विभिन्न अधिकारी इन बीएलओ शिक्षकों के नाम अलग से तरह तरह के आदेश आये दिन जारी करके इन बीएलओ को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं तथा बीएलओ यह तय नहीं कर पा रहे है कि वो अपने शिक्षा अधिकारी के आदेशों की पालना करें या अन्य अधिकारियों द्वारा जारी आदेशों की पालना करें ।
गहलोत ने जिला कलेक्टर को भेजे ज्ञापन में बताया कि सरकार बीएलओ की अलग से कोई भर्ती नहीं करके सरकारी कर्मचारियों की ही बीएलओ के रूप में प्रतिनियुक्ति करती है और इनमें 95% बीएलओ , शिक्षक ही है जो कोविड -19 में शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी विभिन्न आदेशों के तहत निरन्तर अपनी ड्यूटी दे रहे हैं ,फिर भी अन्य अधिकारियों द्वारा इन बीएलओ शिक्षकों के लिए अलग से तरह तरह के आदेश जारी करना ,बीएलओ शिक्षकों पर मानसिक - आर्थिक प्रताड़ना एवम अन्याय करना ही है जो अधिकारियों द्वारा ऐसे शिक्षकों का घोर शोषण करना दर्शाता है।
गहलोत ने ज्ञापन में जिला कलेक्टर से इन बीएलओ शिक्षकों के विभिन्न अधिकारियों द्वारा अलग से जारी तरह तरह के आदेशों पर तुरन्त रोक लगाकर इन बीएलओ पर मानसिक प्रताड़ना रोकने ,पिछले 6 माह के इन बीएलओ के मानदेय का तुरन्त भुगतान करने ,बीएलओ के रूप में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति सिर्फ एक वर्ष के लिए करने और ग्रीष्मकालीन अवकाश में इन बीएलओ शिक्षकों को काम के बदले उपार्जित अवकाश देने की मांग की है ।