शिक्षा मंत्री डोटासरा का बयान शिक्षक पद की गरिमा व आत्मविश्वास बढ़ाने वाला - गहलोत
कोरोनावायरसBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
शिवगंज - राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने धौलपुर जिला कलेक्टर व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा शिक्षकों को मनरेगा के निरीक्षण कार्य में लगाने के आदेश पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त कर उस आदेश को गलत बताने के फैसले पर राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र गहलोत ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिक्षा मंत्री द्वारा शिक्षकों का प्रतिरक्षण करते हुए संगठन ने शिक्षा मंत्री को धन्यवाद पत्र भेजकर शिक्षक हितों के साथ हो रहे अन्याय पर पहली बार राज्य के इतिहास में शिक्षा मंत्री शिक्षकों के समर्थन में खड़े नजर आने पर संगठन ने शिक्षा मंत्री को शिक्षक हितेषी बताकर शिक्षक पद की गरिमा को बनाए रखने पर हर्ष व्यक्त किया।
वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र गहलोत ने बताया कोरोना काल में शिक्षक एक योद्धा की तरह कोविड-19 में विभिन्न प्रकार की ड्यूटी दे रहा है। ऐसे में जिला कलेक्टर धौलपुर, सीईओ जिला परिषद का शिक्षकों को मनरेगा कार्यो के निरीक्षण में सहयोग करने का लिखित आदेश देने पर शिक्षकों ने इसे घोर अपमान बताया हैं। कोरोना योद्धा के रूप में विभिन्न ड्यूटी शिक्षकों के द्वारा ही प्रमुख रुप से दी जा रही हैं। ऐसे में शिक्षकों को निरीक्षण करने का आदेश देना पद की गरिमा के प्रतिकूल है। संगठन के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष नीरज शर्मा, प्रदेश सभा अध्यक्ष श्याम लाल आमेटा, श्रीभगवान शर्मा, शीतल कुमार चौबे, रामबाबू सिंह, अखिलेश शर्मा, जयकिशन पंचारिया, नरेंद्र परिहार, डॉ हनवंत सिंह मेड़तिया, देवदत्त पाठक, मुकेश शुक्ला, जसवंतपुरी, सफी मोहम्मद मंसूरी, विक्रम सिंह सोलंकी, इनामुल हक कुरैशी, जसवंत सिंह परमार, देवेश खत्री, छगनलाल भाटी, मनोहर सिंह चौहान, सत्येंद्र सिंह राठौड़, धर्मेंद्र खत्री, रमेश कुमार परमार, गुरुदीन, इंदर मल खंडेलवाल, भगवत सिंह विरोली, ने भी शिक्षा मंत्री द्वारा शिक्षकों के समर्थन में दिए गए बयान की चौतरफा सराहना करते हुए शिक्षक पद की गरिमा को खंडित होने से बचाने पर सभी ने शिक्षा मंत्री के बयान की प्रशंसा की एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।