सिरोही की बेटी पलक ने एक शहीद के पूरे जीवन को स्केच के रूप में ढाला।
राजस्थानBy Sirohiwale
शहर के राठौड़ लाइन में रहने वाले साधारण परिवार की बेटी है पलक राठौड़, पिता चेतन सिंह मार्केटिंग का काम करते हैं। कक्षा 9वीं तक यहीं पढ़ी और इसके बाद जयपुर चली गई। बचपन से ही पेंटिंग और स्कैचिंग का शौक था। अब वह स्केचिंग ग्राफिक डिजाइनिंग में अपना करियर बनाना चाहती है। 2009 में राजस्थान प्राथमिक शिक्षा परिषद जयपुर एवं यूनिसेफ जयपुर की ओर से स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विषय पर आयोजित प्रतियोगिता में राज्य में दूसरा स्थान मिला था।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गत 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में शहीद ए जवानों का जीवन कैसा होता है और उनकी शहादत पर परिवार पर क्या गुजरती है इसकी आज खबर नहीं पढ़ महज इन चार तस्वीरों से उनके इस दर्द को सम्झेंगे। सिरोही की बेटी पलक राठौड़ ने इस स्केचिंग के माध्यम से शहीद जवानों के परिवारों की भावनाओं को देशवासियों में पहुंचाने की कोशिश की है। पलक ने बताया कि इस हमले के बाद काफी गुस्सा था। इसी को ध्यान में रखते हुए एक शहीद जवान की जीवनी को इस स्कूल में उतारा है। इस स्कूल में जवान का नवजात बच्चा जिसे शहीद मोर्चे पर जाने से पहले उसको प्यार कर रहा है, दुसरी तस्वीर अपनी मां और परिवार को यह विश्वास दिला रहा है वो जल्द आएगा और इसके बाद जब वह बॉर्डर पर जाता है तो कैसे देश सेवा में जुटा रहता है और इसके बाद जब वह किसी हमले में शहीद होता है तो उसके घर का क्या माहौल रहता है, परिवार पर क्या गुजरती है। इन सभी को सिरोही की बेटी ने कागज पर उकेरा है। हैरानी की बात यह है कि दो दिन में ही इन सभी स्कैच को उसने पूरा किया।