शीघ्र हो सकता है जिला कांग्रेस में फेरबदल
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
प्रमोद भाया जिले के प्रभारी, विधायक लोढा दे रहे विरोधियों को मात, पँचायत चुनांव जितने में झोंकी ताकत।।
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही गत विधानसभा चुनावों में जिले की तीनों सीटो पे कोंग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया उसकी मुख्य वजह कोंग्रेस संगठन का अंतर्कलह ओर सिरोही विधानसभा क्षेत्र से विधायक संयम लोढा का टिकट कटना।लोढा ने भाजपा के शाशन में भाजपाइयों की नींद खराब कर रखी थी और हर मोर्चे पे उन्होंने भाजपा के जनप्रतिनिधि ओर संगठन को घेरने में कोई मौका नही चुका।
स्वयं की कूवत पर कोंग्रेस का झंडा बुलंद किया। पर टिकट वितरण के दौरान तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष सचिव पायलट के जीवा प्रेम में विधायक संयम लोढा का टिकट कर दिया।
राजनीति के माहिर खिलाड़ी लोढा ने कोंग्रेस के परमरागत वोटो को अपने कब्जे में रखने के साथ भाजपा के गढ़ में जबरदस्त सेंधमारी कर पूर्व मंन्त्री भोपाजी को विधानसभा में तीसरी बार जाने के अरमान पृरे नही होने दिए पर भाजपा के विधायक के दावेदारों के चेहरे की रंगत भाजपा को निर्दलीय चुनाव लड़ बरकरार रखी।चुनाव परिणामो में कोंग्रेस की सरकार बनी और निर्दलीय विधायक लोढा ने अपनी विधानसभा के विकास के लिए कोंग्रेस सरकार को समर्थन दिया।
एसोसिएट मेंबर बन कोंग्रेस पार्टी को मजबूत करने में कोई कसर नही छोड़ी।विधायक संयम लोढा ने इस दौरान सिरोही नगर परीषद और शिवंगज नगर पालिका में भी भाजपा के बोर्ड ध्वस्त किये और अपने विजयी अश्व मेघ रथ के घोड़े को कोराना काल मे भी आम जन के बीच जनता के मध्य सम्वाद बना के रखा और जिले के विकास के लिए उन्होंने जयपुर सिरोही भी एक कर दिया।
इसी का परिणाम है कि सिरोही शिवंगज में विकास के करोड़ो के विकास कार्य स्वीकृत हुए।इसी दरम्यान प्रदेश की कोंग्रेस सरकार सीएम गहलोत ओर डिप्टी सीएम पायलट ओर कोंग्रेस के बागी विधायकों ने गहलोत सरकार को राज्य सभा चुनावों के बाद अल्प मत में ला दिया और सीएम को अपनी सरकार बचाने के लिए होटल में बाड़े बन्दी करनी पड़ी जिसमे विधायक संयम लोढा कोंग्रेस सरकार को बचाने में तगड़ी ढाल बने जहां उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधी नीरज डाँगी को राज्य सभा सदस्य बनाने में अहम भूमिका निभाई वही जब सरकार खतरे में आई तो हरावल दस्ते के रूप में उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पर भी शाब्दिक प्रहार किए व सीएम की सहायता में मीडिया मैनेजमेंट ओर विधिक मैनेज मेन्ट के साथ डेमेज कंट्रोल किया।
सीएम तथा कोंग्रेस विधायक दल और एआईसीसी ने बागी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ओर विधायक कोंग्रेस से निष्काषित हुए और कोंग्रेस आलाकमान ने गोविंद सिंह डोटासरा को कोंग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष बनाया।कोंग्रेस आलाकमान के बीच बचाव के बाद बागी विधायकों और सचिन पायलट की कोंग्रेस में घर वापसी हो गई और कोंग्रेस सरकार भी बच गई पर सिरोही विधायक संयम लोढा तत्समय निकम्मे व बागी विधायकों की कारगुजारी पर कोंग्रेस मीटिंग में जम के बरसे थे।भले ही कोंग्रेस की सरकार राज्य में बच गई।कोंग्रेस के प्रदेश प्रभारी,सह प्रभारी,ओर प्रदेशाध्यक्ष बदल गए पर हाईकमान की नजरों में सिरोही विधायक का कद ऊंचा हुआ। अब राजस्थान में पँचायत चुनावो की हिल चाल शुरू हो चुकी है।पीसीसी की बैठकों में कोंग्रेस संगठन को मजबूत करने की दिशा में जिला संगठन और अग्रिम संगठनों में व्यापक पैमाने पर बदलाव के संकेत नजर आ रहे है।जिसमे प्रदेषाध्यक्ष,प्रदेश प्रभारी व तीन प्रदेश प्रभारियों के बदलाव के साथ प्रदेश कोंग्रेस की नई टीम में जिलों के प्रभारी भी बदल गए है।
जिसमे सिरोही का प्रभारी खान एवम गोपालन मंन्त्री प्रमोद जैन भाया के बनने से विधायक लोढा का खेमा हर्षित है। हालाँकि कोंग्रेस जिलाध्यक्ष ओर विधायक लोढा के पुराने शिष्य कोंग्रेस जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य ओर जिला संगठन में आमूल चूर परिवर्तन का संकेत संयम खेमा स्पस्ट दे रहा है। और लंबे समय से विधायक लोढा का विरोध करने वाले कोन्ग्रेसी भी अब विधायक लोढा की धोंक लगाना शुरू कर दिए है। राजनीति को सेवा मानने वाले विधायक लोढा की राजनीति अपने विरोधियों के प्रति क्रूर और निर्मम रहती है और वो विरोधी का राजनीतिक खात्मा कर ही दम लेते है। मौजूद संमय सिरोही कोंग्रेस की राजनीति में सांसद नीरज डाँगी के आगमन ओर शिवंगज से सिरोही पहुचने ओर पांच दिन के प्रवास पे भी कोंग्रेसियो में एकता नही दिखी। न पायलट के जन्म दिवस पर लेकिन सिरोही विधानसभा में भाजपा व कोंग्रेस को मुक्त करने वाले विधायक संयम लोढा की आक्रामक पंचायती चुनांव फतह रणनीति भाजपा से जिला प्रमुख की सीट छिनने ओर पांचों पँचायत संमिति में कोंग्रेस का परचम लहराने की रणनीति ग्रास रूट पे तैयार हो रही है।
विपक्ष के रूप में विधायक लोढा ने भाजपा को बेदम कर रखा है क्यो की सत्ता काल मे अनेक भाजपाइयों के भूमि संबंधी ओर अन्य कुंडलियों के कारनामो वश विपक्ष तो लोढा के आगे नतमस्तक है पर कोंग्रेस संगठन को जिले में मजबूत करने की अहम जिम्मेदारी विधायक लोढा को प्रभारी मंन्त्री प्रमोद भाया से मिल चुकी है।