सेवा भारती की खारिज भूमि पे नीलामी अंतिम बोली 78,20,329 लाख की
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
आयुक्त महेंद्रसिंह चौधरी ने कहा हाईकोर्ट के निर्देशों के तहत ही होगा फैसला,
रिपोर्ट हरीश दवे
हिन्दू श्मशान भूमि ने भी लगाया पेच, खिड़की, दरवाजे नही खुलेंगे, पहला हक हमारा, पार्षदों ने किया हंगामा।
सिरोही रामझरोखा मैदान में सेवा भारती को निलाम व खारिज की गई भूमि की निलामी बुधवार को हंगामा खेज तरीक़े से सम्पन्न हुई जिसमें भाजपा के नवरत्न पार्षदों, नगर मण्डल भाजपा, ओर हिंदूवादी संगठनों के हंगामे के सामने आए सभापति महेंद्र मेवाड़ा के आगे किसी की नही चली।
आयुक्त महेंद्र सिंह चौधरी ने इस बाबत विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 9 जनो ने बोली में हिस्सा लिया पर अधिकतम बोली प्रकाश जी माली की रही तथा नीलामी प्रक्रिया हाईकोर्ट में दायर सीविल रिट पिटीशन नम्बर 396/2021/के अनुसरण में रहेगी व ऑफिसियल रूप से अंतिम बोली फाइनलाइज नही की गई है हाईकोर्ट जो निर्देश देगा उसी की पालना होगी। दो दिवसीय निलामी प्रक्रिया के अंतिम दिन प्रकाश माली ने अधिकतम बोली करीब 78 लाख 20 हजार रुपये बोली। इसके बाद किसी की बोली नहीं आने पर इसे ही अंतिम बोली माना गया इससे पहले विनोद देवड़ा, राजपाल सिंह समेत 9 जनो ने नीलामी में बोली लगाई।
शेष प्रक्रिया 21 जनवरी को हाईकोर्ट के आदेश के बाद पूर्ण की जाएगी। निलामी के दौरान किसी भी अप्रिय स्तिथि व विवाद से निपटने में भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात रहा। लेकिन सामान्य आपत्तियों के साथ हिन्दू वादी संगठन,नगर भाजपा व हिन्दू श्मशान भूमि संस्था के विरोध को छोड़कर निलामी प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही।
निलामी के दौरान आरएसएस के अनुषांगिक संगठन सेवा भारती के नाम लेवा और भाजपा के पदाधिकारी,पार्षद भी मौजूद थे जिसमे कुछ विरोध की गम्भीर रस्म अदायगी करते दिखे। नगर परिषद में भाजपा पार्षदों ने बोली शुरू होने से पहले हाईकोर्ट का आदेश आने तक निलामी शुरू नहीं करने की मांग रखी। वो वहां धरने पर भी बैठे। नगर परिषद सभापति महेन्द्र मेवाड़ा के वहां पहुंचने पर उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए बोलीदाता के पैसे डूबने की आशंका जताई।ओर नीलामी प्रक्रिया को नगर के राजस्व हितों का मामला बताया।
भाजपा के नवरत्न पार्षदों ने निलामी प्रक्रिया रोकने की मांग की, लेकिन सभापति महेन्द्र मेवाड़ा ने हाईकोर्ट के आदेशानुसार बोली को अनवरत रखने की बात कही। इस बीच बोलीदाता अपना पंजीयन करवाते रहे।
मंगलवार की 43 लाख की अंतिम बोली से बोली आगे बढ़ी। लाख-लाख रुपये बढ़ते हुए प्रकाश माली ने 78 लाख 20 हजार तीन सौ उगनतीस की अंतिम बोली लगाई। इससे आगे किसी बोलीदाता के नहीं आने पर इस बोली को अंतिम माना गया।
उधर अंतिम समय हिन्दु श्मशान समिति के अध्यक्ष करण सिंह राठौड़ भी जरिये वकील अशोक पुरोहित आपत्ति दर्ज कराने आ धमके।
लाल वेरा के हितों को ताक पे रख सीजीएम कोर्ट के फैसले को अमल में नहीं लाने वाली इस कमिटी ने भी दावा जताया कि जो भूमि निलाम की जा रही है, भूखण्ड से सटी हिन्दु सेवा समिति की जमीन आ रही है। इसकी जमाबंदी इसमें है। इसलिए बोली लगने से पहले जमीन की पैमाइश करवाई जाए। उन्होंने पास ही पानी की टंकी से सुरक्षा की तकनीकी रिपोर्ट भी दिलवाने की बात कही। जबकि नेहरू पार्क से सटी इस टँकी के पास की भूमि पे सेवा भारती को कब्जा पूर्व गोपालन मन्त्री ओर नगर के इतिहास में सर्वाधिक पट्टा देने वाले सभापति ताराराम माली यहाँ पट्टा दिला सकते थे जन मानस में नीलामी के दौरान चर्चा रही।
आयुक्त नगर परिषद ने फील वक्त अधिकतम बोलीदाता प्रकाश माली के नाम से किसी तरह की डिमांड नहीं निकाली गई है। इस भूमि का आवंटन निरस्त करने को लेकर सेवा भारती राजस्थान हाईकोर्ट में गई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने निलामी रोकने की बजाय सशर्त निलामी की अनुमति दी।
इसके तहत बोलियां लगाई जा सकती थी, लेकिन बोली लगने के बाद एक चौथाई राशि जमा करने और बोली को अंतिम करने की प्रक्रिया को रोक दिया था। करीब 3750 वर्गफीट जमीन की आरक्षित दर 17 लाख 50 हजार थी। निलामी में बोली गई राशि सेवा भारती को रियायती दर पर भूमि देने पर मिलने वाली राशि आठ लाख 75 हजार रुपये की राशि से कई गुणा ज्यादा है है।