शुक्रवार शाम तक सम्पूर्ण लोकडाउन पर फैसला महारास्ट्र सरकार ने नही किया तो सभी व्यापारी सोमवार को अपनी दुकानें खुली रखे : ऐड राज के. पुरोहित
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
भूलेश्वर, जवेरी बाजार, दक्षिण मुम्बई ओर महानगर में व्यापारी संगठनों ने दोपहर को किया पोलिटिकल लोक डाउन का विरोध।
हम कोरोना गाइड लाइन मानेंगे पर व्यापार की छूट आठ से छह बजे तक मिले वरना रोजी रोटी का होगा संकट उद्धव सरकार ध्यान दे।
रिपोर्ट हरीश दवे
मुंबई दक्षिण मुंबई क्षेत्र के भूलेश्वर में महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री राज के.पुरोहित के नेतृत्व में गुरुवार दोपहर को महाराष्ट्र सरकार द्वारा जबर्दस्ती तरीके से थोपे गये लोक डाउन का विरोध सेकड़ो व्यापारियों ने किया। ऐड राज के. पुरोहित ने महाराष्ट्र सरकार को इशारा करते हुए कहा कि यदि महाराष्ट्र सरकार लॉक डाउन वापस नहीं लेती हैं तो हम जनता व व्यापारियों के साथ उग्र आंदोलन करेंगे।पुरोहित ने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बोला था कि व्यापारी सप्ताह में 5 दिन शाम 8 बजे के बाद अपनी दुकानें बंद करेंगे व शनिवार, रविवार को संपूर्ण लॉक डाउन करेंगे तो व्यापारियों को कोई आपत्ति नहीं थी।
लेकिन महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री ने व्यापारियों व जनता को धोखा देकर अचानक संपूर्ण लॉक डाउन कर दिया जिससे जनता का जीवनयापन अस्तव्यस्त होने से व्यापारी बेरोजगार हो गए है उनके भुखमरी का समय आ गया हैं। उन्होंने कहा कि वह यदि लॉक डाउन करना चाहते है तो सरकार व्यापारियो का राहत प्रदान करते हुए सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक का समय रखे जिससे सरकार का लॉक डाउन भी बना रहेगा और व्यापारियों व आम जनता को उनको रोजगार का भी समय मिल सकता है।पुरोहित ने कहा कि पेट की भूख इंसान को अंधा व विवश बना देती हैं जिससे या तो इंसान आत्महत्या करने पर मजबूर होता हैं या वह कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेकर कुछ भी कर सकता हैं उन्होंने सरकार को एल्टीमेटम दिया है कि वह व्यापारियों व आम जनता के हित का ध्यान रखें और सोम से शुक्रवार तक लोक डाउन हटाए, जिससे व्यापारियो व आम नागरिक को रोजगार का अवसर प्रदान हो।कोरोना के संक्रमण को काबू में करने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा लगाए गए लाकडाऊन का तमाम व्यापारी संगठन, दुकानदार, नौकरीपेशा, मजदूर सभी विरोध कर रहे हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री राज के.पुरोहित ने इसे पोलिटिकल लाकडाउन करार देते हुए गुरूवार को सभी एसोसिएशनों एवं व्यापारियों के साथ दोपहर एक से तीन बजे सरकार के इस निर्णय के विरोध में आंदोलन किया।
राज पुरोहित स्वयं दक्षिण मुंबई के भूलेश्वर स्थित कबूतरखाना पर स्थानीय भाजपा नगरसेवक आकाश राजपुरोहित, नगरसेवक अतुल शाह के साथ हाथ में काली पट्टी बांध कर और हाथ में बैनर लेकर इस आंदोलन का नेतृत्व किया।उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि यह सरकार निक्कमी हैं यह सरकार बदलनी हैं।
राज पुरोहित ने कहा कि महाराष्ट्र की उद्धव सरकार कोरोना पर काबू पाने में पूरी तरह से नाकाम रही है,और अब अपनी नाकामी का ठीकरा कारोबारियों, व्यापारियों,फेरीवालों, मजदूरों,नौकरीपेशा तथा आम जनता पर पोलिटिकल लाकडाउन थोपकर फोड़ना चाहती है,जिसे हम किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने देंगे।
पुरोहित ने गुरूवार को सभी व्यापारी संगठन और व्यापारियो के साथ अपनी-अपनी दुकानों के सामने हाथ में काली पट्टी बांध कर और चौकटा लेकर अपना विरोध जताया।तथा उन्होंने कहा की इतने पर भी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी उद्धव सरकार नहीं चेती,तो इस आंदोलन को उग्र रूप भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खुदरा दुकानों के बंद होने से अर्थव्यवस्था के एक बड़े हिस्से पर असर पड़ता है,
जिसमें न केवल उनके कर्मचारी बल्कि इन पर आश्रित परिवहन कंपनियों, उत्पादन कंपनियों,और यहां तक कि कृषि पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा लिए गए कठोर लोकडाउन के फैसले से अर्थव्यवस्था पर लगभग 40,000 करोड़ रुपए का असर पड़ने की आशंकाएं जताई जा रही हैं। राज्य में होटल, व्यापार और परिवहन क्षेत्रों को इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है। कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को कर्मचारियों की छंटनी करने, भारी नुकसान उठाने और अपना व्यवसाय बंद करने पर भी मजबूर होना पड़ सकता है।
मुंबई के नागरिक, विशेष रूप से दिहाड़ी करने वाले श्रमिक,छोटे संस्थानों के वेतन भोगी कर्मचारी और छोटे दुकानदार इस नई नीति के हानिकारक प्रभाव को झेल नहीं पाएंगे। उनकी आजीविका पर यह संकट पहले से ही है,और 2020 के लोकडाउन से भी अभी तक वे उबर नहीं पाए हैं।ओर अब वापस लॉक डाउन लगा दिया है। इसी कड़ी में नगरसेवक अतुल शाह ने उपस्थित व्यापारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार का यह रवैया व्यापारियों व आम जनता को भुखमरी के कगार पर ला सकता है।
उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा कि व्यापारियों को दिन में व्यापार करने की छूट दी जाए जिससे सभी लोगो की जीविकोपार्जन चलता रहे।शाह ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूब गई हैं और उन्होंने सचीन वाझे जैसे लोगो का 100 करोड़ का मामला दबाने के लिए बिना किसी मतलब से यह लोक डाउन लगाया है जो उचित नहीं है। नगरसेवक आकाश राजपुरोहित ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार के इस दबावपूर्ण तरीके से लगाये गए
लोकडाउन से व्यापारियों व आम नागरिक परेशान हैं और वह भुखमरी से परेशान हो सकते है। नगरसेवक आकाश पुरोहित ने व्यापारियों व जनता से आव्हान किया है कि वह इस लड़ाई में अकेले नहीं है में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने के लिए तैयार हूँ। ओर यदि महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार तक लॉक डाउन वापस नहीं लिया तो वह व्यापारियों व जनता के साथ आंदोलन और उग्र करेंगे।
इस विरोध प्रदर्शन में भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेमशंकर पांडे, जयेश शाह, अतुल धानेशा समेत दर्जनों व्यापारियो ने भी अपने विचार रखे।