दुष्कर्म, गैंगरेप, दलितों के खिलाफ मॉब लिंचिंग की वारदातों पर मुख्यमंत्री शिकंजा नहीं कस सकते तो कुर्सी छोड़ देनी चाहिये-पुरोहित
खास खबरBy Sirohiwale
ई प्रशिक्षण वर्ग का हुआ आयोजन,
सिरोही, हरीश दवे | भारतीय जनता पार्टी जिला सिरोही द्वारा ई प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। वर्ग में मुख्य वक्ता कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा थे।
बैठक जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए विधायक संदीप शर्मा ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा की मुखर्जी को देश प्रेम राष्ट्रवाद परिवार की पृष्ठभूमि से ही मिला ।अपितु उनका परिवार उनके पिता जी कलकत्ता हाईकोर्ट में जज थे पर उन्हे भी अपनी परंपरा और देश से प्रेम भी उतना ही था । ओर यही सब श्यामा प्रसाद मुखर्जी को बचपन से मिला । भारत पाकिस्तान विभाजन के बाद हुए चुनाव में निर्दलीय के रूप में जीतकर आए और उनकी योग्यता को देख कर नेहरू मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया । पर उनका मन भारत पाक विभाजन के समय हुए नरसंहार ,रक्तपात की घटनाओं के कारण विचलित रहने लगा । ओर फिर उस समय जम्मू कश्मीर में जाने के लिए अलग पास की जरूरत होती थी एक देश होते हुए भी जम्मू कश्मीर में अलग प्रधान ,अलग निशान ,अलग विधान की व्यवस्था उन्हे परेशान करती रही और इन्ही सबके विरोध में उन्होंने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया ।उन्होंने कानपुर में नारा दिया एक देश में एक प्रधान ,एक निशान ,एक विधान। ओर उन्होंने इस आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए जनसंघ के रूप में अपनी इस राष्ट्रवाद की विचारधारा को एक संघ के रूप में बिजरोपित किया ।ओर इसी के लिए आंदोलन करते हुए अपने प्राण त्याग दिए ।शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद देते हुए कहा की केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर मुखर्जी के सपने को पूरा करने का कार्य किया है ।उन्होंने कहा की हमे गर्व है की हम ऐसे करिश्माई ,राष्ट्रवादी, देशभक्त मुखर्जी की विचारधारा वाली राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता है भारतीय जनता पार्टी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की वैचारिक प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रही है ।
बैठक कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित ने कहा की भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारो और आदर्शों को लेकर आगे बढ़ रहा है।पुरोहित ने कहा कि अशोक गहलोत के शासन में बहन-बेटियां पूरे प्रदेश में कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं, वे बतौर मुख्यमंत्री व गृहमंत्री सुरक्षा देने में विफल हैं।पुरोहित ने कहा कि, मुख्यमंत्री का सुरक्षा व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं है प्रदेश में आए दिन दुष्कर्म व गैंगेरप के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन ऐसे मामलों को रोकने के लिये सरकार के पास कोई ठोस एक्शन प्लान नहीं है।
उन्होंने कहा कि, गहलोत पर प्रदेश के आमजन व बेटियों की अस्मत बचाने की जिम्मेदारी है, लेकिन उनकी कार्यशैली से लगता है कि वे पुलिस-प्रशासन का सियासी षडयंत्र के लिये दुरुपयोग कर रहे हैं।
पुरोहित ने कहा कि राज्य में दुष्कर्म, गैंगरेप, दलितों के खिलाफ मॉब लिंचिंग की बढ़ रही वारदातों पर मुख्यमंत्री को शिकंजा कसने की जरूरत है, अगर वे नहीं कर सकते तो कुर्सी छोड़ देनी चाहिये।
वर्चुअल प्रशिक्षण वर्ग का संचालन जिला महामंत्री योगेंद्र गोयल ने किया
भाजपा जिलामीडिया प्रभारी चिराग रावल ने बताया कि इस अवसर पर सांसद देवजी एम पटेल,आबू पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया,जिला उपाध्यक्ष नारायण देवासी,किरण राज पुरोहित,आईटी जिला संयोजक विनोद रावल सहित जिला पदाधिकारी, मंडल पदाधिकारी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।