शिक्षक सेवा और स्वाभिमान की रक्षार्थ संगठन से जुडे रहे - आमेटा
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
आबुरोड-शिक्षा क्षेत्र में राजनीति के बढते दबाव में शिक्षक अपनी सेवा और स्वाभिमान के प्रति सजग रहे। ये उद्गार राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के प्रदेशाध्यक्ष श्यामलाल आमेटा ने व्यक्त किये। प्रदेशाध्यक्ष आमेटा आबुरोड में विष्णु धर्मशाला में शिक्षक दिवस पर आयोजित अभिनन्दन समारोह के बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित शिक्षकों को सम्बोधित कर रहे थे। प्रदेशाध्यक्ष श्यामलाल आमेटा ने सम्बोधन में कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में राजनीति की घुसपेठ से आम शिक्षक अपनी राज्य सेवा और स्वाभिमान को लेकर परेशान रहता हैं। उसके कारणों का जितना उल्लेख किया जावे कम हैं।
लेकिन यदि आपको पूर्ण निष्ठा और स्वाभिमान से अपनी सेवाओं को सम्पादित करना हैं तो आप राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) का दामन थाम के रखे। ये वो संगठन हैं जिसका करीब 70 साल का गौरवशाली इतिहास रहा हैं। शिक्षक को अर्थिक सम्पन्नता दिलवाने और राजकीय विधालयों की भौतिक व्यवस्था के साथ गुणात्मक शिक्षा को बढावा देने के लिये जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक जितने सत्याग्रह इस संगठन के शक्ति घ्वज के तले आहुत हुये वो किसी से ना तो सम्भव था और ना ही होगा। जितने भी वेतन आयोग लगे, उपार्जित अवकाशों, चिकित्सा अवकाशों, मातृत्व पितृत्व अवकाशो, टी.ए. डी.ए., मकान भत्ते, वेतन वृद्वि आदि समस्त अनेकों लाभ जो हमे मिल रहे हैं उसमें राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील की सरकारों से ज्ञापन सहित वार्ताओं में महत्वपुर्ण भूमिका रही हैं।
राज्य में एकमात्र संगठन हैं जिसके फाउण्डर पंडित लक्ष्मी नारायण शर्मा की शिक्षक मांगो को लेकर हुये सत्याग्रह में जेल में मृत्यु हुई थी। हमारी राज्य सेवा और स्वाभिमान की रक्षा में ऐसे क्रान्तिकारी संगठन से जुडाव हम सभी के लिये गौरव की बात होना चाहिये। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सिरोही जिले का सौभाग्य हैं कि इस संगठन के नींव के पत्थर रहे स्व. गोवर्द्वन प्रसाद जोशी के सानिघ्य में धर्मेन्द्र गहलोत जैसे उर्जावान शिक्षक नेता इस संगठन के महामंत्री पद को सुशोभित कर आपकी सेवा हेतु दिन रात प्रहरी बनकर खडे हैं। संगठन की प्रदेश कार्यकारिणी भी ऐसे कार्यशील शिक्षक नेता की संघर्षपूर्ण कार्य प्रणाली की सदैव प्रसंशा करती रही हैं।
अभिनन्दन समारोह को सम्बोधित करते हुये संगठन के मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों की निस्वार्थ सेवा भाव से प्रेरित होकर ही सेवा काल से ही इस लोकतान्त्रिक विचारधारा के संगठन की बागडोर सम्भाली थी जिसे राजस्थान के शिक्षकों के बीच आज विशेष पहिचान मिली हैं। मावली में संगठन की प्रदेश महासमिति में भारी मात्रा में उपस्थित शिक्षक समुदाय के बीच गठित उर्जावान प्रदेश कार्यकारिणी की ओर आज राज्य का शिक्षक जिस आशा भरी नजर से देख रहा हैं उस पर खरा उतरने के लिये जीवन की अन्तिम सांस तक संघर्ष करना पडा तो भी पीछे नहीं हटेंगे।
मुख्य महामंत्री गहलोत के ओजस्वी उद्बोधन पर उपस्थित शिक्षकों ने संगठन की जिन्दाबादी का करतल ध्वनी से जयकारा लगाया। कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष नीरज शर्मा ने कोरोना काल में शिक्षकों द्वारा राज्य सरकार की हर योजनाओं में महत्ती भुमिका निभाई। संगठन के सदस्यता अभियान को व्यापक रूप देने में शिक्षकों से सहयोग की अपील की। शिक्षकों की सेवारत समस्याओं को राज्य सरकार स्तर पर प्रभावी रूप से उठाया जायेगा। सम्मान समारोह में महामंत्री डॉ.हनवन्तसिंह मेडतिया, पाली संभाग महामंत्री जगदीश खण्डेलवाल ने संगठन की रीति नीति से अवगत कराया। नव गठित प्रदेश कार्यकारिणी जिस हौसले के साथ काम कर रही हैं उससे शिक्षकों की हित निश्चित हैं।
कार्यक्रम में संयोजक सत्यनारायण बैरवा एवं सह संयोजक किशोर कुमार ने बाहर से आये अतिथि प्रदेशाध्यक्ष श्यामलाल आमेटा, मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष नीरज शर्मा, महामंत्री सविता शर्मा, डॉ.हनवन्तसिंह मेडतिया, पाली संभाग महामंत्री जगदीश खण्डेलवाल, संयुक्त महिला मंत्री प्रदेश सचिव उदयलाल डामोर, जिलाध्यक्ष उदयपुर धुलीराम डांगी, जिला मंत्री उदयपुर लक्ष्मण पालीवाल, जिलामंत्री भीलवाडा नलिन शर्मा, शिवकिशोर आमेटा, देवीलाल, शंकरजी, जिलाध्यक्ष विक्रमसिंह सोलंकी, सभाध्यक्ष जसवन्तसिंह परमार, जिलामंत्री ईनामुल हक कुरैशी का साफा-माल्यार्पण एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
इस अवसर पर संगठन द्वारा जयकिशन व्याख्याता आवल, गुरूदीन वर्मा अध्यापक नांदिया, अतिश व्यास एवं गौरव त्यागी अजिमजी प्रेमजी फॉउन्डेशन को गुणवत्ता पूर्व शिक्षण नवाचार के लिए माला एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। अभिमन्यु भाटी, चतराराम गरासिया, हेमन्त भाटी, गीता भाटी, चुन्नीलाल, बंसीलाल, सविता बैरवा, सीमा धारू, नन्दराज नन्दा, हडमतसिंह, रमेशचील, विक्रमसिंह, गणेश, ज्योति, पवित्रा, सीमा रारिया, सीमा बोहरा, सविता, मंजु बैरवा, मिनाक्षी अरोडा, यशवन्ति, अनुप दहिया, राजेश गोयल, गणेश गर्ग, महेन्द्र डाबी सहित सैकडों शिक्षक शिक्षिकाओं ने अतिथियों का स्वागत सत्कार किया। संयोजक सत्यनारायण बैरवा ने शिक्षकों को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के उद्घोषक किशोरकुमार व्याख्याता मुदरला थे।