दलित को छोड़ लोढ़ा पर चर्चा, फिर सौंपा कलेक्टर को पर्चा
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
सिरोही में चर्चा का विषय बन गया है दलित अत्याचार का धरना
दलितों पर अत्याचार को लेकर शुक्रवार को भाजपा द्वारा किये गए आंदोलन ,भाषण और रैली के दौरान भाजपाइयों के मुंह से निकले नारे आमजन को सोचने पर मजबूर कर दिया
कि ये आंदोलन दलितों के लिए था , निर्दलीय विधायक या फिर बिजली पानी को लेकर सरकार के विरुद्ध । क्योंकि रैली से पूर्व हुई बैठक में जिला प्रमुख ने भी दलितों पर कुछ ज्यादा ना बोलते हुए केवल निर्दलीय विधायक द्वारा किये गए धरने ओर टाउन हॉल की ही गुणगान करती दिखी और जिला परिषद मीटिंग की चर्चा धरने के ऊपर करते हुए दिखे और पूर्व मंत्री ओटाराम देवासी भी इस दौड़ में शामिल हो गए और वह भी उथमन टोल नाके के बारे में कहने लगे वह भी भूल गए कि यह धरना किसका है जिससे कहीं ना कहीं यह धरना चर्चा का विषय बन गया
इतना ही नही रैली के दौरान भी भाजपाई के मुंह से भी बिजली पानी को लेकर नारे लग रहे थे ऐसे में सवाल उठना लाजमी है ।
बीजेपी द्वारा यह धरना रखा गया था और आज तीनों विधानसभा से जितनी भीड़ जुटती चाहिए थी उतनी भी भीड़ नहीं जुटा पाए दो विधायक एक पूर्व मंत्री और जिला प्रमुख और इतना बड़ा संगठन लेकिन जितनी एक एबीवीपी कैंडिडेट जिसने कल अपना पर्चा भरा था उससे भी कम भीड़ जुटाना कहीं ना कहीं संगठन के लिए चिंता का विषय है और जिस प्रकार यह धरना सुबह रामझरोखा परिसर में पर रखा गया था और घरने के प्रभारी समाराम गरासिया और देवजी भाई पटेल सांसद को जयपुर से नियुक्त किया गया था
जो घरना दलित अत्याचार और कानून व्यवस्था पर रखा गया था लेकिन जिनको माइक सौंपा वह यह भूल गए कि यह धरना सरकार के खिलाफ पानी बिजली टाउन हॉल और जिला परिषद का धरना नहीं था यह धरना कानून व्यवस्था पर था संगठन के जिला अध्यक्ष या तो पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी नहीं या किसके बारे में धरना है इसके बारे में उनको मालूम नहीं इस बात को लेकर चर्चा तो चली है
और फेसबुक लाइक पर
जहां यह धरना चल रहा था वहां से फेसबुक पर लाइक भी हो रहा था और और जो इनके हाथ में तख्तियां जिनके ऊपर स्लोगन लिखे थे वह भी यही साबित कर रहे थे किधर ना किसका है अत्याचार कानून व्यवस्था और महिला उत्पीड़न का लेकिन यह धन्ना एक निर्दलीय विधायक के ऊपर रह गया फेसबुक उसके ऊपर अभी भी मौजूद है कि किस प्रकार इस धरने की धज्जियां उड़ाई गई धरना प्रदर्शन किसका और क्या बोल गए पदाधिकारी और मंत्री
ज्ञापन दिया गया कलेक्टर को
राजस्थान प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था महिलाओं दलितों आदि पे अत्याचार को लेकर आज सिरोही भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल के नाम का ज्ञापन जिला कलेक्टर को दिया
ज्ञापन में बताया कि जनवरी 2019 से आज अगस्त 2019 तक पिछले 8 महीनों में घटित विभिन्न श्रेणियों के अपराधों की ओर आकृष्ट करना चाहता है ऐसा लगता है प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो गया है अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं, आमजन में भय व्याप्त है, एक श्रृंखला बंद एवं सुनियोजित तरीके से अपराधों में निरंतर वृद्धि हो रही है
कानून व्यवस्था के नाम पर प्रदेश में घोर अराजकता की स्थिति है यह प्रतिनिधिमंडल आपका ध्यान प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के साथ हुए अत्याचारों की ओर आकृष्ट कराना चाहता है कि अपराध के निरंतर बढ़ते आंकड़ों में सर्वाधिक अपराधों एवं उत्पीड़न का शिकार अनुसूचित जाति वर्ग हुआ है
चिराग रावल ने बताया कि धरना प्रदर्शन में संगठन प्रभारी जालम सिंह रावलोट,पूर्व राज्य मंत्री ओटाराम देवासी,,जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, रेवदर विधायक जगसीराम कोली,पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया,,पूर्व जिला अध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी आदि ने संबोधित किया।