समाज सेवा जीवन की सबसे बड़ी पूंजी- संयम लोढा
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
पोसितरा में क्षेमकारी माताजी एवं मण्डवाड़ा में आशापुरा माताजी मंंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही | समाज सेवा, मानवीय करुणा, परोपकार, बड़े बुजुर्गों का सम्मान आदि गुण ही व्यक्ति के जीवन की सबसे बड़ी पूंजी हैं। हमे हमारे बच्चों को संस्कारवान बनाने के साथ ये सभी गुण बाल्यकाल से देने चाहिए। पुराने मंदिर का जीर्णोद्वार करना एक हजार मंदिर बनाने के बराबर पुण्य का कार्य है। यह बात विधायक संयम लोढा ने सिरोही तहसील के पोसितरा में क्षेमकारी माताजी एवं मण्डवाड़ा में आशापुरा माताजी की आयोजित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान उपस्थित आमजन को संबोधित करते हुए कही।
विधायक संयम लोढा ने कहां कि प्रत्येक समाज में कई विसंगितया है उसे दूर करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। उन्होंन कहां कि हर धर्म में एक ही संदेश है कि मानव से प्यार करो, सभी के प्रति अच्छा आचरण करो, सहनशील बनो, जीवन मात्र के प्रति उदार बनो, प्रत्येक प्राणी के प्रति दयाभाव रखो। मानव को दानशील होना चाहिए। दानशील व्यक्ति को जीवन में कभी कठिनाईयों का सामना नही करना पडता है। विधायक लोढा ने उपस्थित भामाशाहों का आभार जताया। लोढा ने विधि विधान के साथ माताजी की महाआरती कर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लिया।
विधायक संयम लोढा ने कालन्द्री में बाबा रामदेव जी एवं वराडा में हनुमानजी के वार्षिक मेले में पहुँचकर दर्शन कर साधू सन्तो का आशीर्वाद लिया।
लोढा ने कहां कि बच्चो को गीता पढानी चाहिए। गीता पढने वाला बच्चा अपने जीवन में कभी हिम्मत नही हारता। गीता में बहुत सी बाते ऐसी लिखी गई है जिससे हमारे जीवन के व्यक्तित्व का विकास होता है। उन्होंने कहां कि जन्म से ही विषम परिस्थितियों का सामना करने वाले श्रीकृष्ण के श्रीमुख से कुरूक्षेत्र में जो शब्द निकले वो गीता के रूप में कालदेय कृति बन गये। संसार में एक मात्र गीता ऐसी पुस्तक है जिसकी जयंती मनायी जाती है।
कार्यक्रम से पूर्व विधायक संयम लोढा का ढोल नगाडो, पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया। कार्यक्रम मे विधायक लोढा ने महापुरूष संत महात्माओं से मुलाकात कर उनका आर्शीवाद लिया।