सिरोही जिले में स्वाधीनता दिवस हर्ष, उमंग और उत्साह से मनाया गया
खास खबरBy Sirohiwale
जिला कलक्टर ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर मार्च पास्ट की सलामी ली।
सिरोहीवाले ब्यूरो ऑफिस
हरीश दवे
सिरोही। जिले में स्वाधीनता दिवस पर विविध प्रकार के देश भक्ति पूर्ण रंगारंग लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम हर्ष, उमंग और उत्साह से मनाया गया। अरविंद पेवेलियन में आयोजित मुख्य जिला स्तरीय समारोह में जिला कलक्टर डाॅ भंवर लाल ने राष्ट्रीय ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया और मार्च पास्ट की सलामी ली।
मार्च पास्ट में राजस्थान सशस्त्र दल, राज.पुलिस पुरूष एवं महिला, होमगार्ड्स, सीनियर डिवीजन एनसीसी राजकीय स्नातकोेत्तर महाविद्यालय, एसपीसी नवीन भवन सिरोही, बालिका रेंजर टीम बालिका उमावि सिरोही, आदर्श विद्या मंदिर, अजीत विद्या मंदिर छात्र-छात्रा, सेंटपाॅल एवं रूपरजत स्कूल की टुकड़ियों ने भाग लिया। अतिरिक्त जिला कलक्टर कालूराम खौड ने महामहिम राज्यपाल के संदेश का पठन किया।
समारोह में जिला कलक्टर ने उत्कृष्ट करने वाले 48 प्रतिभाओं को सम्मानित किया। वहीं 15 स्कूलों के 1025 छात्र-छात्राओं की 41 लाईनों में व्यायाम प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह लिया। सामुहिक व्यायाम पीटी प्रदर्शन में प्रशंसनीय प्रदर्शनी के लिए प्रथम स्थान राबाउमावि सिरोही, द्धितीय स्थान सेंटपाॅल स्कूल एवं तृतीय स्थान अजी विद्या मांदिर तथा परेड के लिए प्रथम स्थान सी. डिवीजन एनसीसी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिरोही, द्वितीय स्थान अजीत विद्या मंदिर एवं तृतीय स्थान एसपीएस नवीन भवन सिरोही के दल को सम्मानित किया गया। स्कूली छात्राओं द्धारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं राष्ट्रगान आयोजित किया गया। समारोह में मंच संचालन कार्तिकेय शर्मा, दिलीप शर्मा व गीता शर्मा के द्धारा किया गया।
समारोह में क्षेत्रीय विधायक संयम लोढा, पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. टी.शुभ मंगला, जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित, सिरोही प्रधान हंसमुख कुमार, पूर्व जिला प्रमुख अन्नाराम बोराणा, नगर परिषद सभापति महेन्द्र मेवाडा, उप सभापति जितेन्द्र सिंघी, जिला परिषद सदस्य दलीपसिंह मांडाणी, लुम्बाराम चैधरी, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक राजेन्द्रसिंह सांखला समेत अन्य जनप्रतिनिधि, भामाशाह, समाजसेवी, एनजीओ, अति0 पुलिस अधीक्षक देवाराम चौधरी, उपखंड अधिकारी रमेश चन्द्र बहेडिया व अन्य जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद थे।