छात्र संघ चुनावो की सरगर्मी, 26 अगस्त से पहले प्रत्याशी व संगठन करो या मरो की रणनीति में
खास खबरBy Sirohiwale
छात्र नेता कोमल परिहार चुनावो में चर्चित, विधि कॉलेज का बाबू पहुचा बाड़मेर। एनएसयूआई के प्रधुम्न आर्य बने विधि कॉलेज के निर्विरोध उपाध्यक्ष।
सिरोहीवाले न्यूज ब्यूरो
हरीश दवे
सिरोही। छात्रसंघ चुनावो की गर्मी जिले के सभी राजकीय महाविद्यालयों में छाई गई है। निर्वाचन दिबस 26 अगस्त से पूर्व की ताकत ने एनएसयूआई व अभाविप ने सिरोही, आबूरोड, पिंडवाड़ा, रेवदर, शिवंगज के महाविद्यालयों में पूरी ताकत झोंक दी है जिसमे सिरोही व शिवंगज कॉलेज का चुनावी मुकाबला दिलचस्प व हैरत अंगेज होने वाला है।
एनएसयूआई ने तो नामांकन दाखिल होने के दिन ही अभाविप प्रत्याशी के नामांकन में उम्र सीमा की रुकावट में एनएसयूआई के प्रत्याशी प्रधुम्न आर्य को निर्विरोध रूप से उपाध्यक्ष का ताज पहिना गया। अब 26 अगस्त को छात्र संघ अध्यक्ष पद चुनाव में दो उपाध्यक्ष के लिए 1 महासचिव 2 व संयुक्त सचिव पद के लिए 2 प्रत्याशी मैदान में है। राजकीय महाविद्यालय के चुनावों अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सँयुक्त सचिव कुल 9 प्रत्याशी दम खम आजमा रहे है। दोनो ही संगठनों से छात्र राजनीति से अभाविप की राजनीति से भाजपा सत्ता व संगठन में सेवाएं देने वाले भाजपा के युवाओ नेता का तो कोई रोल नजर नही आ रहा।
हालांकि अभाविप के चुनावी कार्यालय के उदघाटन पर भाजपा जिलाध्यक्ष पूर्व गोपालन मन्त्री, पूर्व जिला प्रमुख, प्रधान व नेता मार्गदर्शन देने आए जिसमे विगत बरसो में लगातार रेखा राज पुरोहित, नारणाराम चौधरी, गोपाल माली, बलबंत देवासी, अनिल कुमावत ने अभाविप की सल्तनत बरकरार रखी है। पर अभाविप के युवा नेता मनीष रावल की बहिन गरिमा रावल की हार ने भी अभाविप संगठन की खामियां अभी तक नही निपटी पर छात्र संघ की चुनावी राजनीति में गत दशक के भाजपाई टच ने अभाविप की नगर की राजनीति को कमजोर किया है। वैसे एनएसयूआई संगठन में भी अनेक छात्र नेताओं पे एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक दशरथ सिंह नरुका प्रत्याशियों को जीताने का एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है।
आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व छात्र संघ के चुनाव मिनी चुनाव होते है जो भविष्य के चुनावों में युवाओ का रुख तय करते है। इस लिए भाजपा के नेताओ ने भी परोक्ष रूप से प्रत्याशियो के समर्थन में ऊपरी तौर की शक्ति दर्शाई है।
उधर नामांकन दाखिल करने के लिए विधि कॉलेज में अपने भाई कुणाल परिहार के साथ आईडी कार्ड लेने आई छात्र नेता कोमल परिहार की विधि कॉलेज के एक बाबू के साथ हुई तकरार की शिकायत सीएम सलाहकार संयम लोढा को करने पर उनकी विधुत से भी तेज गति से हुई कार्रवाई में विधि कॉलेज के बाबू को रिलीव किया जिसकी चर्चा का असर छात्र संघ की चुनावी राजनीति पर पड़े या न पड़े अभाविप के खेमे में इसको लेकर हलचल है।