सारणेश्वर बावड़ी के जल को पूरी तरह स्वच्छ किया।श्री साइनाथ सेवा संस्थान के सदस्यों द्वारा शहर के आराध्य देव श्री सारणेश्वर महादेव मंदिर के सामने रोड पर स्थित सारणेश्वर बावड़ी द्वितीय चरण के श्रमदान मे बावडी़ के अंदर स्थित जल को संस्था के तैराको ने पूर्णतया स्वच्छ किया। संस्था के श्रमवीर सवेरे 7:00 बजे से रस्सा, टोकरी, कैरेट, फावड़ा, आदि ले बावड़ी में उतरे।
सन 1469 में बनी इस बावड़ी की सफाई के दौरान वहाँ पहुचे शिक्षा विद रामलाल रावल ने श्रमविरो को बताया कि मैने होश संभाला तब से इस बावड़ी का अमृत पिया है
संस्थान के श्रमवीरो के कार्यो की सराहना करते हुए उनका हौसला बढ़ाया।हिन्दू वेव के संयोजक हरीश दवे सारणेश्वर बगीची बावड़ी की पूर्ण सफाई कर इस ऐतिहासिक धरोहर को जीवंत किया है
हम जिला प्रशासन और सिरोही के पूर्व नरेश को संस्थान की तरफ से ज्ञापन अवगत करवाएँगे।संस्थान के अध्यक्ष विजय त्रिवेदी ने श्रमविरो द्वारा पसीना बहाते हुए सीडी़ओ पर काफी वर्षों से जमी, चिपकी गंदगी हटाने के टोकरी, कैरेट आदि की सहायता से जल में पड़ी पूजन सामग्री, छोटे-मोट, कचरा इत्यादि निकाल पूर्णतया जल को साफ किया।
कंचन जल छलक उठा जिससे बावड़ी की सुंदरता में चार चांद लगे।
"स्वच्छ जल स्वस्थ हम"अभियान में संस्था अध्यक्ष विजय त्रिवेदी, सिंह आदि ने श्रमदान कर पुण्य कमाया।
बावडी़ को पूरी तरह स्वस्छ होने में आगे तीसरे चरण में काम होगा।
अतीत से जुड़ाव व भावी पीढ़ि को स्वच्छ जल उपलब्ध हो सके इस हेतु सभी बावरियों की देखरेख व सार संभाल अति आवश्यक है।