निजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों का स्तर ऊंचा करे। - लोढा
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
में संस्कृत भाषा नही सिख सखा इसका मलाल,शिक्षकों का कार्य सबसे महत्वपूर्ण,निजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों का स्तर ऊंचा करे।विधायक लोढा
संयोजक हरीश दवे
महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पुराना भवन सिरोही के उदघाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक संयम लोढा ने कहा कि पूर्व प्रधान मंत्री भारत रत्न राजीव गांधी ने अपने अल्प कार्यकाल में पूरे भारत देष के ग्रामीण प्रतिभावान छात्रों की षिक्षा के लिए हर जिले में जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना की।
जिससे प्रतिभावन बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रषस्त हुआ। जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना के उपरान्त मुख्यमंत्री अषोक गहलोत द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर पूरे राजस्थान राज्य में हर जिला मुख्यालय पर आमजन के लिए महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की स्थापना की है।
सिरोही जिले के प्रथम महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल के उदघाटन के अवसर पर लोढा के पूर्व सभी वक्ताओं ने अपना संभाषण अंग्रेजी में किया लेकिन विधायक लोढा ने भाषण की शुरुआत पूर्व प्राचार्य बलवीर मरडिया ने बोलेंगे को उधृत करते हुए उन्होंने कहा कि अंग्रेजो ने 200 बरस हुकूमत की ओर अंग्रेजी औपनिवेशिक भाषा है।
आजाद भारत मे यह शासकीय भाषा बनी हमे अंग्रेजी को भाषा की तरह पढ़ना है उसे औपनिवेशिक मानसिक से नही पढ़ना।उन्होंने गहरे मन से विद्यार्थी काल मे संस्कृत नही पढ़ने और बच्चो को नही पढ़ाने से विपुल ज्ञान प्राप्त करने से वंचित हुआ ।उन्होंने कहा कि बापू का जीवन एक दर्षन है एवं उनके जीवन के एक एक पल हमारी नई पीढी तक पहुंचना चाहिए।
लोढा ने बापू व कस्तुरबा के जीवन के एक प्रसंग का उदाहरण देते हुए कहा कि एक बार बिहार में जन सम्पर्क के दौरान बापू एक गांव में गये लेकिन उनसे मिलने के लिए कोई ग्रामीण नहीं पहुंचा और न किसी ने घर का दरवाजा नहीं खोला। कस्तुरबा ने निकट के घरो में सम्पर्क किया तो एक घर में तीन औरतें थी लेकिन उन्होंने भी दरवाजा नहीं खोला। इसका कारण जानना चाहा तो ज्ञात हुआ कि उस घर में तीन औरतें है
लेकिन उनके बीच साडी एक ही है। इस कारण से वे सभा में नहीं आ सकती है। कस्तुरबा ने जब यह बात बापू को जाकर बताई तो बापू को बहुत दुःख हुआ और उस दिन से बापू ने अपने बदन पर एक कपडा धारण कर लिया और उसके बाद पूरे जीवन में धोती के अलावा बदन पर कभी कोई कपडा नहीं पहना।
काव्या रावल व साथियों ने सरस्वती वन्दना, बापू का प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने कहिए एवं एक अंग्रेजी गाने की प्रस्तुति दे सभी जनो का मन मोह लिया।
उदघाटन समारोह के अवसर पर मनिषा व अक्षिता ने मनमोहक राजस्थानी नृत्य की प्रस्तुति दी।
हारमोनियम पर दिलीप कुमार शर्मा वरिष्ठ अध्यापक ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन चौहान एवं अहमद अली कुरैषी ने किया। कार्यक्रम के अंत में उपनिदेषक लक्ष्मी देवी ने अंग्रेजी विद्यालय खोलने हेतु राज्य सरकार, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, स्थानीय विधायक महोदय का आभार व्यक्त किया। साथ ही विद्यालय के संचालन एवं गतिविधियों पर संतोष प्रकट किया।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी गंगा कलावंत, अमरसिंह, भबूताराम मेघवाल, बलवीर मरडिया, गणपतसिंह देवडा, धनपत सिंह राठौड़ नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष ईष्वर सिंह डाबी, जितेन्द्र सींघी, मारूफ हुसैन, जावेद खान, हेमलता शर्मा, तलसाराम, सत्येन मीणा, बाबूखान, प्रकाश प्रजापति, इत्यादि उपस्थित रहें। स्वागत उदबोधन प्रधानाचार्य जगदीश सिंह आढा द्वारा दिया गया।