अर्बुदा गौशाला के पास करीब 5 बीघा भूमि में गोचर है।जिसमे गौ अभ्यारण्य बन जाये तो गोवंश का जिले में सरंक्षण ओर संवर्धन हो सकता है।लेकिन दुर्भाग्य है
रियासत कालीन अर्बुदा डेरी फार्म गोशाला का जिसका कोई सुचारू प्रबन्धन नहो होने से गोवंश बेशहरा सड़को पे घूम रहा है।और जब मीडिया में बेशहरा पशुओ की समस्या के समाचार प्रकाशित होते है।
तो जिला कलेक्टर की नगर परिषद को फटकार लगती है तब आनन फानन में सफाई कर्मियों को गोवंश की धर पकड़ में लगाया जाता है।एक लकड़े के डंठल के सहारे सफाई कर्मी गोवंश को खदेड़ते हुए लेके जाते है।जिससे पशु घायल भी होते है।
लेकिन सफाई कर्मियों की भी मजबुरी होती है अन्यथा सांड ओर गोवंश को पकड़ते उनके भी घायल होने का खतरा मंडराता है।इस बाबत नगर परिषद की जमादार जगु देवी आयुक्त ओर एसआई पे जम कर बिफरी।इस बाबत हिन्दू वेव के संयोजक हरीश दवे ने गोवंश की हो रही बदहाली पे गहरी चिंता जताई और कहा के यहाँ के जन प्रतिनिधियों ओर जनता की उदासीनता से गोवंश सरंक्षण आश्रय ओर चिकित्सा कि सुविधा अर्बुदा गौशाला में नही हो रही और प्रतिबंधित पॉलीथिन बेग की रोकथाम में बेअसर नगर परिषद प्रशासन की वजह से गोवंश बाजार ओर आवासीय बस्तियों में पॉलीथिन बेग खा कर मर रहा है