संयुक्त निदेशक ने सीडीईओ, डीईओ, सीबीईओ आबुरोड को किया नोटिस जारी-गहलोत
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने संयुक्त निदेशक स्कूली शिक्षा विभाग पाली मण्डल श्याम सुन्दर सोलंकी से मुलाकात कर कैन्सर पीडित सत्यनारायण बैरवा की उपस्थिति में न्यायालय के स्थगन आदेशों की पालना नहीं करने के सम्पुर्ण घटनाक्रम की दस्तावेज सहित जानकारी देने पर संयुक्त निदेशक सोलंकी ने पीडित को देखकर मामले की गम्भीरता से मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा अभियान सिरोही, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा सिरोही, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आबुरोड को नोटिस जारी कर पत्र प्राप्ति के दिवस ही स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए कहा।
संघ (प्रगतिशील) के मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने संयुक्त निदेशक श्याम सुन्दर सोलंकी को असाध्य रोग कैन्सर से पीडित सत्यानारायण बैरवा एवं उनकी पत्नी सविता बैरवा के मामले में ज्ञापन देकर दो घण्टे तक वार्ता कर दस्तावेज प्रस्तुत कर वार्ता में सोलंकी ने पीडित को देखकर सदाशयता एवं उदारता के साथ तत्काल कार्यवाही करते हुए न्यायालय के दिनांक 21.8.2019 की यथा स्थिति बनाये रखने के स्थगन आदेश के बावजूद 14.09.2019 को पीडित बैरवा व उनकी पत्नी को सम्बिन्धित प्रधानाचार्य कम पीईईओ खडात एवं मुंगथला द्वारा 14.09.2019 को कार्यमुक्त करने के क्या कारण रहे इसके संदर्भ में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा अभियान सिरोही, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा सिरोही, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आबुरोड को नोटिस जारी कर पत्र प्राप्ति के दिवस ही स्पष्टीकरण का जबाव मांगा।
गहलोत ने संयुक्त निदेशक को बताया कि पीडित व उनकी पत्नी को न्यायालय के निर्देशानुसार एक माह में परिवाद का निस्तारण करने के निदेश के बावजूद माह के अन्तिम दिवस 15 अगस्त को बैक डेट में आदेश जारी कर राहत देने की बजाय उल्टा गलत विकल्प हाथों हाथ भरवा के प्रताडित करने में शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने विभाग को शर्मसार करने का घृणित कार्य किया है। बिना किसी कारण स्थगन प्राप्त व्यक्ति को कार्यमुक्त करने के गैर जिम्मेदाराना एवं बदले की भावना से पीडित को प्रताडित करने के दोषी प्रधानाचार्य कम पीईईओ मुंगथला एवं खडात के विरूद्ध भी कार्यवाही मांग की। संयुक्त निदेशक ने गहलोत को आश्वस्त किया कि दो दिन में रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही एवं पीडित को तत्काल राहत दी जायेगी।