सरकार बदली तो बदला साइकिलों का रंग, भगवा से हुई काली
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
संयोजक हरीश दवे
पूर्वर्ती भाजपा सरकार में साइकिल का कलर बदल कर भगवा रंग किया था इस मुद्दे पर वोट की राजनीति और साइकिल पर भगवा रंग करने पर खर्च की बढ़ोतरी को लेकर सिरोही विधायक संयम लोढ़ा द्वारा आवाज बुलंद की गई थी विधानसभा में इसी का नतीजा है कि अब स्कूली छात्राओं को वापस काले रंग की ही साइकिल वितरित की जाएगी सिरोही जिले में साइकिल पहुंच चुकी है और उनका कार्य तेजी से चल रहा है
सरकार बदलते ही बालिकाओं को वितरित की जाने वाली साइकिलों का रंग भी बदल गया। भाजपा के राज में जहां साइकिलों का रंग भगवा था, वह अब सरकार बदलते ही भगवा से काला हो गया।
गौरतलब है कि सरकार की ओर से इन साइकिलों का वितरण सरकारी स्कूलों में बालिकाओं को होना है। नामांकन वृद्धि और बालिकाओं को उच्च शिक्षा दिलाने के साथ उन्हें स्कूल आने जाने में परेशानी नहीं हो, इसी उद्देश्य से साइकिलों का वितरण कक्षा 9वीं में अध्ययनरत बालिकाओं को हर साल किया जाता है। इस वर्ष भी कक्षा 9वीं की अध्ययनरत बालिकाओं को साइकिलों का वितरण किया जाएगा।
प्रदेश में मौजूदा कांग्रेस सरकार से पहले भाजपा का शासन था। उस वक्त भी साइकिल वितरण की योजना संचालित थी। भाजपा के राज में साइकिलों को काले से भगवा रंग में रंगा गया लेकिन जैसे ही प्रदेश में भाजपा का राज पूरा हुआ और कांग्रेस सरकार आते ही साइकिलों का रंग भी बदल गया। कांग्रेस ने सरकार आते ही साइकिलों का रंग भगवा से बदल कर काला कर दिया। बालिकाओं को निशुल्क साइकिल वितरण योजना के तहत इस वर्ष सिरोही ब्लाक में करीब 1200 साइकिलों की डिमांड भेजी गई थी। जो आ चुकी है। साइकिलों के पार्लर्स पंजाब के लुधियाना से आए हैं और साइकिल के पार्लर्स वैशाली कंपनी के है। पार्लर्स आने के बाद राउमावि नवीन भवन के सभागार के प्रवेश द्वार में युद्ध स्तर पर साइकिल एसेंबल करने का काम किया जा रहा है और अब तक 600 से अधिक साइकिलें तैयार हो चुकी हंै। ओर सिरोही ब्लॉक में 1200 साइकिल वितरित की जाएगी जिनके पार्ट्स पहिये हैंडल इत्यादि कारीगर जोड़ रहे है।
पहले एक्सपर्ट करेंगे जांच, फिर होंगी वितरित
सूत्रों के अनुसार इन साइकिलों की कंपनी की टीम द्वारा जांच की जाएगी। जांच में कंपनी द्वारा साइकिलों के टायर, वजन आदि को जांचा जाएगा। इसके अलावा डीईओ के निर्देशन में शामिल एडीईओ, लेखाधिकारी, तकनीकी जानकार और नोडल प्रिंसीपल की टीम द्वारा भी पहले साइकिलों की जांच की जाएगी। साइकिल एसेंबल होने और जांच में खरा उतरने के बाद इन्हें ब्लाक के विभिन्न स्कूलों में भेजा जाएगा जहां अध्ययनरत बालिकाओं को समारोह में साइकिलें वितरित कर दी जाएंगी।