पेंशन सवैंधानिक हक है सरकारी कर्मचारियों का, हर हाल में लेकर रहेंगें : नालिया
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन की बैठक प्रदेश सचिव मनोज नालिया के सानिध्य में पुराना भवन, सिरोही में आयोजित हुई । बैठक में अंशदायी पेंशन योजना पीड़ित शिक्षक कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पेंशन सभी सरकारी कर्मचारियों का सविंधान प्रदत्त हक है जिसे पुरानी पेंशन वंचित कर्मचारी वर्ग हर हाल में लेकर रहेगा।
पीड़ित कर्मचारियों की एक ही माँग, एक ही मुद्दा है कि 1 जनवरी 2004 के बाद सरकारी सेवा में आये सभी कर्मचारियों का पुरानी पेंशन व्यवस्था पुनः बहाल हो।वरिष्ठ कर्मचारी नेता राव गोपालसिंह पोसालिया व मनोज नालिया के अनुसार नवीन पेंशन योजना के नाम पर कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा खत्म किया जा रहा है,
उनसे उनका बुनियादी हक छीना जा रहा है। वंही दूसरी तरफ विधायकों, सांसदों के वेतन, भत्ते लगातार बढ़ते जा रहे हैं, उन्हें आज भी पेंशन देय है। फिर कर्मचारियों को इससे वंचित क्यों किया जा रहा है? पुरानी पेंशन बहाली तक प्रदेशभर के समस्त एनपीएस पीड़ित कर्मचारी एकजुट होकर समय समय पर वर्तमान सरकार के सामने अपनी वाजिब माँग रखेंगे और ज्ञापन, रैली व धरना प्रदर्शन आदि द्वारा शांतिपूर्ण आंदोलन के माध्यम से कर्मचारियों में व्याप्त आक्रोश को राज्य व केंद्र सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करेंगें।
विदित है कि 1 जनवरी 2004 के बाद के समस्त राज्य कर्मचारियों को न्यू पेंशन स्कीम दी जा रही है जो शेयर मार्केट पर आधारित है, जो पीड़ित कर्मचारियों पर एक कुठाराघात है जिसके कारण कर्मचारियों व उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित नहीं हैं। जो कर्मचारियों के परिवार के साथ खिलवाड़ है। इससे कर्मचारियों में भय का माहौल है कि उनके जीवनभर की गाढ़ी कमाई बुढ़ापे में कंही हाथ से न निकल जाए?
इस मौके पर एनएमओपीएस प्रदेश सचिव ने सैकड़ों पीड़ित शिक्षक कर्मचारियों को नई पेंशन व्यवस्था व पुरानी पेंशन में अंतर बताकर 5 सितम्बर शिक्षक दिवस से चले आ रहे हस्ताक्षर जागरूकता अभियान को गति प्रदान की।