एक साल से जिला अस्पताल को नहीं मिला 34 लाख रुपए का बजट, आईसीयू व बर्न यूनिट बंद
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही. जिला अस्पताल की आईसीयू व बर्न यूनिट एक साल से ताले में बंद है। जिसकी वजह से यहां को रेफर किया जा रहा है।
इसलिए जरूरी है एआरटी सेंटर, आईसीयू व बर्न यूनिट
परेशानी: अब इस सेंटर को केवल एक कक्ष में शिफ्ट किया है, वह भी सामान्य वार्ड के साथ ही। ऐसे में मरीजों की न तो गोपनीयता है और नही उनके लिए यहां सुविधा।
परेशानी: मरीजों को सामान्य वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। जहां इनके लिए कोई आईसीयू जैसी व्यवस्था नहीं। ज्यादा हालात गंभीर होतो मरीज रैफर।
परेशानी: ऐसे मरीजों को सर्जिकल वार्ड में भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। ऐसे में उनमें संक्रमण का खतरा भी है और चिकित्सा सुविधा भी नहीं मिल रही।
गंभीर मरीजों को करना पड़ता है रेफर
हालात यह है कि यदि गंभीर मरीज को अस्पताल लाया जाता है तो उसे सीधे ही रैफर करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि वर्ष 2017 में जिले में हुई अतिवृष्टि की वजह से 30 दिसंबर 2017 को एआरटी सेंटर की फर्श अचानक धंस गई थी। इस पर पीडब्ल्यूडी की टीम ने सेंटर का निरीक्षण किया और आईसीयू व बर्न यूनिट को असुरक्षित घोषित किया था, जिसके बाद यह दोनों ही यूनिट बंद है।
दो साल में ही दोनों यूनिट बंद, 6 साल में एआरटी भवन नाकारा
2011 में एआरटी सेंटर बना था। 2017 में इसका फर्श धंस गया, यानि 6 साल में ही यह भवन नाकारा साबित कर दिया गया। जबकि, एआरटी सेंटर के ऊपर आईसीयू व बर्न यूनिट का निर्माण 2013 में किया गया था और जनवरी 2015 में तत्कालीन चिकित्सा मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ ने दोनों यूनिट का लोकार्पण किया था। लेकिन दो साल में यह दोनों मुख्य यूनिट भी बंद हो गई।