माउंट आबू में 15 अगस्त से प्लास्टिक के प्रयोग पर लगेगा पूर्ण प्रतिबंध
माउन्ट आबूBy Sirohiwale
सिरोही जिला प्रशासन और वन विभाग ने पर्यावरण और जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए 15 अगस्त से प्लास्टिक के प्रयोग को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है। जिला प्रशासन के अधिकारियों और वन विभाग के अधिकारियों की मंगलवार को हुई एक बैठक में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया। माउंट आबू के उपखंड अधिकारी डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने बताया कि पेड़-पौधों और जानवरों के हितों को ध्यान में रखते हुए हमने माउंट आबू को प्लास्टिक मुक्त करने का निर्णय लिया है।
प्लास्टिक पारितंत्र (इकोलॉजी) को नुकसान पहुंचा है और इसे ध्यान में रखते हुए 15 अगस्त से प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रतिबंध के दौरान प्लास्टिक कैरी बैग, बॉक्स, पाउच (तरल पदार्थों के लिए), थर्माकोल कप, थर्माकोल की प्लेट्स, डिस्पोजेबल प्लास्टिक की वस्तुओं का प्रयोग प्रतिबंधित होगा। इसी तरह से बंद पानी की बोतल भी प्रतिबंधित होगी। कम खर्चे में सुरक्षित पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए माउंट आबू के विभिन्न स्थानों पर स्वचालित पीने के पानी निकालने की मशीन स्थापित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्लास्टिक के प्रयोग की जांच के लिए एक दल गठित किया जाएगा और प्लास्टिक पर प्रतिबंध संबंधी निर्देशों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। बैठक में माउंट आबू के उपखंड अधिकारी डॉ. रविन्द्र गोस्वामी, वन विभाग उपवन संरक्षक बालाजी कारी, होटल असोसिएशन के प्रतिनिधि, मार्केट असोसिएशन और स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
बता दें कि माउंट आबू एक वन्यजीव अभयारण्य है और यह पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र की श्रेणी में आता है। माउंट आबू लाखों पर्यटकों का एक पसंदीदा स्थान है। यहां विभिन्न भागों से लाखों पर्यटक प्रतिवर्ष आते हैं। यह अरावली पर्वत श्रृंखला पर 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।